शोले फिल्म के गब्बर यानी अमजद खान के बेटे शादाब खान का फिल्मी करियर कुछ खास नहीं रहा. कई बड़ी फिल्मों में काम करने के बावजूद भी वो बॉलीवुड में फ्लॉप रहे.
स्टार किड होने की वजह से शादाब खान को पहली ही फिल्म में लीड रोल मिल गया. उन्होंने साल 1997 में आई फिल्म 'राजा की आएगी बारात' से डेब्यू किया था, जिसमें उनके साथ रानी मुखर्जी नजर आई थी.
बॉलीवुड में नेपोटिज्म शुरू से ही चला आ रहा है. स्टार किड्स डेब्यू करने से पहले ही लाइमलाइट में आ जाते हैं, तो वहीं आउटसाइडर्स को काफी स्ट्रगल के बाद फिल्म इंडस्ट्री में पहचान मिलती है, पर इसके बाद भी कई स्टार किड्स सफल नहीं हो पाते. उन्ही में से एक हैं शादाब खान.
शादाब को अपनी डेब्यू फिल्म में लीड रोल मिलने के बाद भी बॉलीवुड में पहचान नहीं मिल सकी, जिसके बाद वो फिल्म 'बेताबी' में सपोर्टिंग रोल में नजर आए थे, पर यहां भी उनको कामयाबी नहीं मिली.
शादाब को करीब 4 साल बाद कमल हासन की फिल्म 'हे राम' में काम करने का मौका मिला, पर इस फिल्म के बाद भी उन्हें कोई खास पहचान नहीं मिली. अभिषेक बच्चन और करीना कपूर की फिल्म 'रिफ्यूजी' में कैमियो करने के बाद उन्होंने एक्टिंग छोड़ने का फैसला कर लिया.
एक्टिंग छोड़ने के बाद शादाब ने राइटिंग की तरफ रुख किया. उन्होंने अपने पिता अमजद खान की बायोग्राफी लिखी, जिसे अमिताभ बच्चन ने लॉन्च किया था.
शादाब ने कई नॉवल्स भी लिखे, जिनमें से उनके दो नॉवल 'शांति मेमोरियल' और 'मर्डर इन बॉलीवुड' काफी पॉपुलर हुए. इसके अलावा उन्होंने कुछ फिल्मों की स्क्रिप्ट भी लिखी थी.
शादाब ने कई सालों बाद फिर से एक्टिंग में कमबैक किया है, उन्हें आखिरी बार फिल्म 'रोमियो अकबर वॉल्टर' में देखा गया था. इसके अलावा वो साल 2020 की चर्चित वेब सीरीज 'स्कैम 1992' में भी नजर आए थे.
शादाब की पर्सनल लाइफ की बात करें तो, उन्होंने साल 2005 में रुमाना अचवा से शादी की थी.