कैसे कानपुर के गजोधर भइया बने कॉमेडियन
21 September 2022राजू श्रीवास्तव को कॉमेडी किंग के तौर पर जाना जाता था.
राजू श्रीवास्तव का जन्म 25 दिसंबर 1963 को कानपूर के उन्नाव में हुआ था.
राजू के पिता रमेशचंद्र श्रीवास्तव है एक प्रसिद्ध कवि थे, लेकिन राजू को बचपन से ही कॉमेडी का शौक था.
वह पूर्व प्राइम मिनिस्टर इंदिरा गांधी की आवाज भी निकालते थे.
कॉमेडियन बचपन से ही सुनील गावस्कर से मिलने की चाहत भी रखते थे.
राजू श्रीवास्तव को बचपन में क्रिकेट की कॉमेंट्री के लिए बुलाया जाता था.
राजू श्रीवास्तव की फैमिली में हर कोई पढ़ा-लिखा और सरकारी नौकरी वाला होता था.
घर में चल रही टेंशन की वजह राजू सबसे कटे-कटे रहने लगे.
इसके बाद उन्होंने कॉमेडी शोज को लेकर जानकारी निकलाना शुरू किया और उन्हें पता चला कि ये तो बेस्ट काम है.
राजू मुंबई आए और नवरात्री, जागरण और छोटे-मोटे इवेंट में कॉमेडी करने लगे.
कई दिनों तक वह मुंबई में दोस्तों और रिश्तेदारों के घर रहे. आर्थिक तंगी से गुजर रहे राजू श्रीवास्तव ने मुंबई आकर ऑटो रिक्शा तक चलाए.
ऑटो चलाते हुए ही राजू को पहला ब्रेक मिला था. उन्होंने शुरुआत में 50 रुपये में भी कॉमेडी की है.
काम करते हुए राजू की दोस्ती जॉनी लिवर से हुई. राजू श्रीवास्तव का पहला शो 'टी टाइम मनोरंजन' था.
उन्होंने कई फिल्मों में खास रोल भी किए, लेकिन उन्हें पहचान न मिल सकी. कॉमेडियन 'द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज' का हिस्सा बने.
राजू ने अपने मजाकिया और देसी अंदाज के कॉम्बिनेशन से लोगों को अपना दीवाना बनाया.
दर्शकों ने उन्हें 'द किंग ऑफ कॉमेडी' का टाइटल देकर अपना विनर बता दिया था.