'ना बाप का हूं, ना मां का', शर्मिंदगी में बीता बचपन-पिता से बिगड़े रिश्ते, प्रतीक का छलका दर्द

12 MAY 2025

Credit: Instagram

एक्टर प्रतीक बब्बर एक वक्त अपनी पहचान के लिए स्ट्रगल कर रहे थे. मां स्मिता पाटिल को बचपन में खोना और पिता राज बब्बर संग बिगड़े रिश्ते ने उन्हें तनाव दिया.

प्रतीक का छलका दर्द

अब वो अपनी मां का नाम अपनी पहचान में शामिल कर चुके हैं. खुद को प्रतीक स्मिता पाटिल बुलाते हैं. लेकिन अपनी खोज तक पहुंचने की ये जर्नी लंबी रही.

जूम संग बातचीत में प्रतीक ने पेरेंट्स संग तनावपूर्ण रिश्ते पर बात की. कैसे बिखरे रिश्तों की वजह से उन्हें ड्रग्स की लत लगी थी.

उन्होंने कहा- मेरे पेरेंट्स फेमस लोग थे. मां आज भी लेजेंड हैं. बचपन से मेरी जिंदगी खुली किताब रही है. अपने आसपास पेरेंट्स को ना देखकर मेरे अंदर उन्हें लेकर कड़वाहट बढ़ी.

मेरे अंदर एक जंग चल रही थी. उन्हें स्वीकार करूं या नहीं. किसकी गलती है. फाइनली मैंने शांति पाई. अंत में आपको हील होना ही पड़ता है.

प्रतीक ने मां का नाम अपनाने पर कहा- मुझे नहीं पता था मैं किसकी आइडैंडिटी चाहता हूं. ना मैं बाप का हूं ना मां का, मैं खुद का हूं. पूरी जिंदगी ये कंफ्यूजन मुझे रही है.

''लेकिन अब मैंने पूरी तरह मां का नाम अपना लिया है. उन्होंने मेरे लिए अपनी जान दी. वो ये डिजर्व करती हैं. ''

लोगों के साथ उनके पेरेंट्स आते थे, लेकिन उनके साथ ग्रैंड पेरेंट्स हुआ करते थे. कभी प्रतीक के साथ मेड और नैनी जाती थीं. ऐसे हालात में उन्हें बहुत शर्म आती थी.

प्रतीक, स्मिता-राज बब्बर के बेटे हैं. स्मिता से राज ने दूसरी शादी की थी. स्मिता के गुजरने के बाद राज पहली फैमिली के पास वापस चले गए थे.