जिस किन्नर ने कूड़े से उठाई थी बच्ची, परेश रावल ने निभाया उसका किरदार, बोले- वो गजब था...

28 Apr 2025

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परेश रावल बॉलीवुड के एक दिग्गज और वर्सेटाइल एक्टर हैं. अपने फिल्मी करियर में उन्होंने कई अलग तरह के किरदार निभाए. कभी विलेन के रूप में डराया तो कभी कॉमेडी से गुदगुदाया.

जब पर्दे पर किन्नर बने थे परेश

लेकिन एक्टर अपने करियर की सबसे चैलेंजिंग फिल्म साल 1997 आई महेश भट्ट की मूवी 'तमन्ना' को मानते हैं. इस फिल्म में परेश रावल ने एक किन्नर का किरदार प्ले किया था.

अब 'द लल्लनटॉप' को दिए लेटेस्ट इंटरव्यू में परेश रावल ने बताया कि आखिर पर्दे पर किन्नर का किरदार निभाने के लिए उन्होंने किस तरह से तैयारी की थी और उन्हें कितनी मुश्किलें आई थीं. 

परेश रावल से पूछा गया कि अपने किरदार में वो स्त्री की कोमलता कैसे लेकर आए? इसपर उन्होंने बताया कि जिस किन्नर पर फिल्म बनी थी. उन्होंने उसके साथ काफी वक्त बिताया था. 

उसे करीब से जाना था. उसकी जिंदगी को समझा था. उसके हर अंदाज को अपने किरदार में उतारा. 

परेश रावल बोले- जिस किन्नर की कहानी पर ये फिल्म बनी थी उसका नाम टीकू था. एक बार वो कूड़े में पड़ी हुई एक लड़की को उठाकर ले आया था, जिसका पेट चूहे खा गए थे. फिर कहीं से दूध लाया. रुई भिगो-भिगोकर उसको दूध पिलाता था. 

भट्ट साहब ने उससे पूछा था क्यों ले आया इसे? तब टीकू ने कहा था- क्योंकि जब मैं मरूंगा तो मुझे कोई चादर ओढ़ाने वाला चाहिए. उसकी कहानी सुन मैंने भट्ट साहब से कहा था कि मैं ही करूंगा इसे.

परेश रावल ने आगे टीकू की कहानी सुनाते हुए बताया कि वो बहुत पावरफुल था. जब उसे पता चला कि उसपर फिल्म बन रही है तो वो काफी इमोशनल हो गया था.

परेश रावल ने आगे बताया कि महेश भट्ट ने उन्हें फ्लैट भी दिलाया था. बाकी के किन्नर इस वजह से टीकू से जलने भी लगे थे, क्योंकि उनपर फिल्म भी बन रही थी.

टीकू के बारे में परेश रावल ने आगे बताया- जब दंगे हुए थे मुंबई में तब उन्होंने कितने लोगों को संभाला था. उनकी मां बहुत बड़ी हीरोइन थी एक जमाने की. नसरीन बेग़म नाम था. वो पैरों में हीरे जड़ी घड़ी पहनती थीं.

ये अय्याशी देखी है टीकू ने. पर वो बाद में झोपड़पट्टी में रहता था. हर रोज सुबह उठकर मां के कॉस्ट्यूम इस्त्री करता था. पैसा तो था नहीं. पर वो मां को उसी स्टेट ऑफ माइंड में रखना चाहता था. क्या किरदार है वो.