3 JULY 2025
Credit: @BullooKumar
पंचायत फेम माधव यानी बुल्लू कुमार को लंबे समय बाद सीरीज से सफलता मिली. अब लोग उन्हें पहचानने लगे हैं लेकिन उनकी ये राह आसान नहीं थी. पत्नी और 3 बच्चों को संभालते हुए उन्हें अपनी पहचान बनाई.
डिजिटल कमेंट्री से बातचीत में बुल्लू ने बताया कि शुरुआत में पिता और रिश्तेदार बहुत ताने देते थे कि नचनिया बनने गया है. दोस्त भी कहते थे कि बाल-बच्चा छोड़कर नौटंकी करता है.
पंचायत के बाद जिंदगी बदल गई लेकिन परिवार को फिर भी मुंबई नहीं ला पाए. क्योंकि इतना खर्च और सब कुछ सेटल कर पाना आसान नहीं होता है.
बुल्लू ने बताया कि पंचायत के बाद एहसास हुआ कि कुछ अच्छा काम किया है. वरना शक होने लगा था कि गलत करियर चुन लिया. सब छोड़ देना चाहिए. सालों से मुंबई में घिस रहे थे.
इसके बाद डायरेक्ट काम मिलने लगे. अब तो बिना ऑडिशन के भी फोन आ जाता है. इतने सालों में जो कर्जे चढ़े थे वो उतरने लगे. पैसों को लेकर जो भी कष्ट होता था वो पता था कि एक दिन ये उलट होकर भी आएगा.
कभी इतना पैसा होगा कि खर्चा करने के लिए नहीं होगा, ये विश्वास मन में था. मेरी लाइफ में बहुत मेलोड्रामा चलता रहा है. लेकिन आपको कोशिश तो करते रहना होता है.
बुल्लू आगे बीवी-बच्चों को लेकर बोले कि हम ही इतनी मुश्किल से मेहनत करके मुंबई आ पाए हैं, तो बच्चों को कैसे लाएं. क्या समझेंगे, हम आजतक मुंबई को समझ नहीं पाए हैं. वो लोग एक बार भी नहीं आए हैं.
हम तो बच्चों को भी कह चुके हैं कि कमाना तुमको खुद है, खर्च भी अपना करना है. पापा के पैसों पर ऐश करने की मत सोचना, वो तुमको सुख नहीं देगा.
बुल्लू ने बताया कि उनका परिवार बेहद गरीबी में रहा है. परिवार में भाई, पिता, मां की मौत बीमारी से जूझते हुए हुई है. उसका मुझे बहुत गम होता है कि वो ये सक्सेस नहीं देख पाए.