जनवरी 2020 में दीपिका पादुकोण के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी जाने पर हंगामा मचा गया था. इसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें और उनकी तब आई नई फिल्म 'छपाक' को बायकॉट करने की मांग उठी थी.
अब इंडियन एक्सप्रेस अड्डा नाम के इवेंट में फिल्म की डायरेक्टर मेघना गुलजार ने बात की है. उन्होंने माना कि दीपिका के जेएनयू जाने की वजह से उनकी फिल्म पर बुरा असर पड़ा था.
मेघना ने कहा, 'मुझे लगता है कि ये जाहिर सी बात है. हां, इसका असर फिल्म पर हुआ था. क्योंकि बातचीत एसिड अटैक हिंसा, जिसके बारे में फिल्म में बात की गई थी, उससे कहीं और ही चली गई थी.
उन्होंने आगे कहा, 'तो हां, इससे फिल्म को नुकसान हुआ था. इसमें कोई दोराय नहीं है.' इल्म 'छपाक' में दीपिका के साथ विक्रांत मैसी ने नजर आए थे. बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म खास नहीं चली.
2020 की शुरुआत में जेएनयू में काफी विवाद चला था. यूनिवर्सिटी के साबरमती हॉस्टल में कुछ मास्कधारकों ने घुसकर स्टूडेंट्स के साथ डंडों और मेटल की रॉड से मारपीट की थी.
स्टूडेंट्स पर कैंपस में एंटी नेशनल स्लोगन चिल्लाने का आरोप भी लगा था. ऐसे में छात्रों ने आंदोलन किया, जिसका हिस्सा दीपिका पादुकोण भी बनी थीं. उन्होंने स्टूडेंट्स के खिलाफ हिंसा पर बात भी की थी.
'छपाक' फिल्म में दीपिका पादुकोण ने एक एसिड अटैक सर्वाइवर का रोल निभाया था. फिल्म की कहानी रियल लाइफ सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर आधारित थी.
मेघना गुलजार की बात करें तो उनकी नई फिल्म 'सैम बहादुर', 1 दिसंबर को रिलीज हो रही है. इसमें विक्की कौशल, सान्या मल्होत्रा और फातिमा सना शेख नजर आएंगी.