19 April, 2023 Source - Instagram 

सलमान की हीरोइन बनकर छाई, मिला रिजेक्शन क्वीन का टैग, क्यों साध्वी बनीं ममता?

साध्वी बनीं ममता

90 के दशक की तमाम ऐसी एक्ट्रेसेस हैं, जिन्होंने अपने हुस्न से लोगों को दीवाना बनाया. इन्हीं एक्ट्रेसेस में से एक ममता कुलकर्णी भी हैं.


ममता कुलकर्णी का नाम लेते ही आंखों के सामने एक खूबसूरत और ग्लैमरस चेहरा आने लगता है. 90s में वो 'बाजी', 'नसीब', 'करण अर्जुन', और 'आशिक आवारा' जैसी फिल्मों से मशहूर हुई थीं. 


करण अर्जुन फिल्म के गाने 'मुझको राणाजी माफ करना' से ममता ने अपनी खूबसूरती का ऐसा जलवा बिखेरा कि हर तरफ उनके चर्चे होने लगे.


इसके बाद उन्होंने 90 के दशक की एक मैगजीन के लिए टॉपलेस फोटोशूट कराया, जिससे वो विवादों में आ गईं. 


वो दौर ममता कुलकर्णी का था. इसलिए हर डायरेक्टर उनके साथ काम करना चाहता था. पर एक्ट्रेस उस समय सिर्फ गिने-चुने प्रोजेक्ट्स साइन कर रही थीं. 


ममता लगातार फिल्मों को रिजेक्ट करती जा रही थीं. यही कारण था कि उन्हें बॉलीवुड की  रिजेक्शन क्वीन भी कहा जाने लगा था.


ममता ने 1992 में फिल्म 'तिरंगा' से अपने करियर की शुरुआत थी. 1993 में वो 'आशिक आवारा' फिल्म से स्टार बन गईं. उनकी आखिरी रिलीज फिल्म 'कभी तुम कभी हम' साल 2002 में आई थी. 


कभी ग्लैमर वर्ल्ड का हिस्सा रहीं ममता अब आध्यात्म की राह पर चल पड़ी थीं. 2013 में उन्होंने अपनी किताब 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिनी' रिलीज की थी. 


इस किताब उन्होंने फिल्मी दुनिया से दूरी बनाने की वजह बताते हुए कहा था,  'कुछ लोग दुनिया के कामों के लिए पैदा होते हैं, जबकि कुछ ईश्‍वर के लिए पैदा होते हैं. मैं भी ईश्‍वर के लिए पैदा हुई हूं.' 


फिल्मी दुनिया से दूरी बनाने वाली ममता अब सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती हैं और फैंस के लिए फोटोज-वीडियोज शेयर करती रहती हैं.