2 MAY 2024
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कई बार ऐसा हो जाता है जब एक रोल निभाते हुए एक्टर्स उसमें इतना डूब जाते हैं कि इससे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है.
रोल कभी कभी इतना इंटेंस होता है कि मानसिक संतुलन तक खराब कर देता है. एक्टर्स को डॉक्टर्स तक से सलाह लेनी पड़ जाती है.
हाल ही में मनीषा कोइराला ने बताया था कि हीरामंडी में निभाए मल्लिका जान के किरदार ने उन पर गहरा असर छोड़ा, वो नॉर्मल एक्ट नहीं कर रही थीं. उन्हें हालत सुधारने के लिए विदेश जाना पड़ा था.
मनोज बाजपेयी को भी गली गुलियां के दौरान डॉक्टर्स से इलाज कराना पड़ा था. उन्होंने बताया था कि फिल्म में निभाया कैरेक्टर का असर इतना गहरा था कि वो धीरे धीरे पागल से हो रहे थे.
रणवीर सिंह को भी पदमावत के फिल्म में निभाए खिलजी कैरेक्टर की वजह से काफी यातनाएं झेलनी पड़ी थी. उनके दिमाग पर ऐसा असर पड़ा था कि वो कुछ और नहीं सोच पा रहे थे.
प्रियंका चोपड़ा के मन पर भी पदमावत फिल्म में काशी बाई का रोल निभाने का बुरा असर पड़ा था. एक्ट्रेस ने बताया डायलॉग बोलने के बाद वे काफी परेशान हो जाती थीं.
रणदीप हुड्डा ने सरबजीत, वीर सावरकर जैसी कई इंटेंस फिल्में की हैं. एक्टर ने बताया था कि इन रोल्स को निभाने के बाद उनपर शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से खराब असर पड़ा था.
शाहिद कपूर पर कबीर सिंह फिल्म का गहरा असर पड़ा था. उन्होंने बताया था कि उस फिल्म में जितना वायलंट वो थे, घर पर भी वैसे ही बिहेव करने लगे थे.
लेजेंड्री एक्टर दिलीप कुमार को यूं ही नहीं ट्रैजेडी किंग कहा जाता है. उन्होंने लगातार इतने रोने धोने और मरने की सीक्वेंस वाली फिल्में की थीं कि वो परेशान हो गए थे.
उनके दिमाग पर बेहद गहरा असर पड़ा कि डॉक्टर्स ने उन्हें ट्रैजेडी फिल्में करने से मना कर दिया था. दिलीप ने इसके बाद 'सगीना', 'राम और श्याम' जैसी कॉमिक फिल्में की.