स्वर कोकिला लता मंगेशकर की आवाज़ की पूरी दुनिया दीवानी है. लता ने दशकों तक भारतीय सिनेमा को अपनी आवाज दी और कई सदाबहार गाने गाये.
लता मंगेशकर जब 13 साल की ही थीं, उसी समय इनके पिता का निधन हो गया था. लता की तीन बहनें और एक भाई हैं.
लता ने हिंदुस्तान क्लासिकल म्यूजक के उस्ताद अमानत अली खान से क्लासिकल संगीत सीखा.
साल 1949 में आई फिल्म 'महल' में लता का मधुबाला के लिए गाया हुआ एक गाना 'आएगा आने वाला...' काफी हिट हुआ.
साल 1955 में लता ने तमिल फिल्मों के लिए भी गाने गाए.
लता को पहली बार साल 1958 में फिल्म 'मधुमति' के लिए सलिल चौधरी के लिए गीत 'आजा रे परदेशी' के लिए बेस्ट फीमेल सिंगर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला.
1961 में लता ने फेमस भजन 'अल्लाह तेरो नाम' गाया. वहीं 1963 में पंडित जवाहरलाल नेहरू की मौजूदगी में 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गाया, जो आज भी बेहद लोकप्रिय है.
1980 में लता जी ने सिलसिला, फैसला, विजय, चांदनी, रामलखन और मैंने प्यार किया जैसी हिट फिल्मों के लिए अपनी आवाज दी.
1990 में लता जी ने आनंद-मिलिंद, नदीम-श्रवण, जतिन-ललित, दिलीप-समीर सेन, उत्तम सिंह, अनु मलिक, आदेश श्रीवास्तव और ए आर रहमान के साथ भी काम किया.
लता को 1969 में पद्मविभूषण, 1989 में दादा साहब फाल्के अवॉर्ड, 2001 में भारतरत्न, 3 नेशनल फिल्म अवॉर्ड, और 1993 में फिल्म फेयर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड समेत कई सारे पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है.
लता इस तस्वीर में दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि के साथ नज़र आ रही हैं. यह तस्वीर मुंबई के किसी इवैंट की है.
अमित शाह ने भाजपा के 'संपर्क फॉर समर्थन' अभियान के तहत 2018 में लता मंगेशकर से उनके घर जाकर मुलाकात की थी.
2014 में मुंबई में '72वें मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार'' के दौरान लता मंगेशकर ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से मुलाकात की थी.
यह तस्वीर अप्रैल, 2011 की है. मुंबई में आयोजित शिव गौरव पुरस्कार के दौरान लता मंगेशकर को धर्मेंद्र ने अवार्ड दिया था.
बाल ठाकरे हर मुश्किल घड़ी में लता के साथ खड़े नजर आए. बाल ठाकरे उन्हें देश के साथ-साथ मराठी समाज का गौरव मानते थे.