अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं हैं.
भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर ने 6 फरवरी को 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है.
लता मंगेशकर का म्यूजिक इंडस्ट्री में योगदान अतुलनीय है. जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता.
28 सितंबर 1929 को इंदौर के मराठी परिवार में पंडित दीनदयाल मंगेशकर के घर में लता मंगेशकर का जन्म हुआ था.
लता मंगेशकर का जन्म के समय....नाम 'हेमा' रखा गया था लेकिन उनके पिता ने 5 साल के बाद उनका नाम लता रख दिया.
78 साल के करियर में लता मंगेशकर ने 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं. जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है.
करियर में लता को कई अवॉर्ड मिले हैं. उन्होंने तीन बार नेशनल अवॉर्ड भी जीता है.
इसके अलावा उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड और भारत रत्न से भी नवाजा गया था.
लता मंगेशकर ने अपने संगीत की शुरुआत मराठी फिल्मों से की थी.
लता ने उस्ताद बड़े गुलाम अली खान, पंडित तुलसीदास शर्मा और अमानत देवसल्ले से संगीत की शिक्षा ली थी.
लता ने हिंदी भाषा में पहला गाना 'माता एक सपूत की, दुनिया बदल दे तू' और मराठी फिल्म 'गाजाभाऊ' के लिए गीत गाया था.
साल 1949 में आई फिल्म 'महल' में लता का मधुबाला के लिए गाया हुआ एक गाना 'आएगा आने वाला...' काफी हिट हुआ.
लता ने 1960 के बाद कई गायकों के सथ गाने गाए जिनमें मुकेश, मोहम्मद रफी, मन्ना डे, महेन्द्र कपूर और किशोर कुमार शामिल हैं.
लता ने लग जा गले, मेरा साया साथ होगा, ऐ मेरे वतन के लोगों, यारा सिली सिली, शीशा हो या दिल हो, जानें क्यों लोग मोहब्बत और दो पल रुका ख्वाबों का कारवां जैसे हजारों सदाबहार गाने गाए हैं.