रात में सोने गया एक्टर, नींद में ही निकल गई जान, रोते हुए पत्नी बोलीं- तकलीफ होती है

11 अक्टूबर 2024

फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम

एक्टर विकास सेठी की मौत के सदमे से उनकी पत्नी नहीं उबर पा रही हैं. अलग-अलग टीवी सीरियल और फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' में नजर आ चुके एक्टर का निधन 8 सितंबर को हुआ था.

विकास की मौत से टूटीं पत्नी

विकास सेठी, इंडस्ट्री के जाने माने सितारे थे. हालांकि पिछले 5 सालों से उनके पास कोई काम नहीं था. अब उनकी मौत के महीनेभर बात उनकी पत्नी जाह्नवी सेठी ने पहली बार उन्हें लेकर बात की है.

जाह्नवी विकास सेठी ने सिद्धार्थ कन्न संग इंटरव्यू में बताया कि विकास मौत से पहले कैसे थे और मौत से एक रात पहले क्या-क्या हुआ था. पति के बारे में बात करते हुए उनके आंसू छलक पड़े.

जाह्नवी ने कहा, 'हम लोग फैमिली फंक्शन के लिए गए हुए थे. मैं जैन हूं और नासिक में मेरी छोटी बहन रहती है. हमारे प्रयूषण चल रहे थे और मेरी बहन की बेटी ने, वो बहुत छोटी है, उसने व्रत रखे हुए थे.'

'हमने बोला कि इतनी छोटी सी गुड़िया ने व्रत रखे हैं तो हमें तो जाना ही चाहिए. और बहुत खुशी-खुशी हम गए थे. ऐसा कुछ था भी नहीं कि उसकी हेल्थ को प्रॉब्लम थी. मॉर्निंग में उसे उल्टी जैसा महसूस हो रहा था. पेट भी खराब था.'

'उसकी आदत थी कि पेट खराब में वो एक दवाई है, उसे ले लेता था. मैंने कहा चल डॉक्टर के पास चलते हैं. उसने कहा नहीं, मैं ठीक हूं मुझे आराम करने दे. रात को 12 बजे तक तो मेरी उससे बात चल रही थी.'

'जिंदगी में पहली बार ऐसा हुआ है कि मैं वो अलग रहे हैं. मैंने सोचा कि मैं बहुत टाइम बाद घर गई हूं तो अपनी मां के साथ गप्पे मार लूं. उसने कहा कि मैं बाहर आराम से रेस्ट करता हूं. तुम लोग बात कर लो.'

जाह्नवी विकास सेठी ने बताया कि सुबह साढ़े 6 बजे उन्हें विकास की मौत का पता चला था. उन्होंने कहा, 'मैं उनको उठाने के लिए गई क्योंकि हमें 7 बजे घर से निकलना था.'

'जैन धर्म में 8 दिन के उपवास होते हैं और वो छोटी-सी बच्ची है 10 साल की जिसने उपवास किए थे. उसने रात में बोला था मुझे कि मेरे कपड़े प्रेस करवा दे, मेरी चीजें सेट कर दे, मैं आराम करता हूं.'

'मॉर्निंग साढ़े 6 बजे मैं उसे उठाने गई. बतौर डॉक्टर में समझती हूं कि वो नहीं रहा. लेकिन मैंने सेकेंड ओपिनियन के लिए घर पर डॉक्टर को बुलाया. जोर से मैंने मां को आवाज मारी, क्योंकि उन्हें सुनाई नहीं देता है. मैंने खुद को थप्पड़ मारे.'

'कोई ऐसा दिन नहीं गया... मैं अपने आप को कोसती हूं कि उस रात मैं उसके साथ क्यों नहीं थी. मुझे और उसे आदत थी कि जितना भी मुश्किल टाइम जिंदगी में चल रहा था हम हाथ पकड़कर एक दूसरे को बोलते थे कि साथ रहेंगे.'

उन्होंने ये भी कहा, 'कभी भी उसका शूट होता था, वो मुझे साथ लेकर गया है. मुझे अगर ट्रैवल करना होता था और वो फ्री होता था, तो हम साथ जाते थे. वो बहुत तकलीफ देता है.'