संसद के विशेष सत्र के बीच गुरुवार को राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक में पेश किया गया. इस बीच समाजवादी पार्टी से सांसद जया बच्चन ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के सामने अपनी बात रखी.
जया बच्चन को आया गुस्सा
जया ने सभापति जगदीप से सदन की भव्यता की ओर इशारा करते हुए मजाकिया अंदाज में कहा- इस 7 स्टार होटल में सबसे अच्छी चीज आपकी कुर्सी है, जो झूले की तरह आगे-पीछे होती रहती है.
आगे उन्होंने कहा- सर हम लोग कौन होते हैं महिलाओं को आरक्षण देने वाले. हमारे में हिम्मत थी तो हम आ गए. हमारे लीडर्स में हिम्मत है कि हमें ले आए. अब जिनको लाना चाहिए वो क्या कर रहे हैं पता नहीं.
2029 तक लाएंगे, महिलाएं जीतेंगी हारेंगी, ऐसी जगह से टिकट देंगे जहां से महिलाएं हार जाएंगी... ये सब ड्रामा बंद होना चाहिए मुझे याद है राज्यसभा में बहुत अच्छा घर था वो. बिल आया सुषमा जी और वृंदा करात जी ने बहुत लंबे भाषण दिए.
उस समय बीजेपी-सीपीआई गले मिले, मजा किया और गाली एसपी को दे दी. हमने विरोध नहीं किया. माफ करिएगा कि आप लोगों के यहां बहुत विद्वान लोग हैं. पर सही वक्त पर लोग कभी नहीं बोलते.
उस समय आप लोगों ने भी हमारा साथ नहीं दिया था. ना कभी देते हैं. ये ही राजनीति है. इस बीच संसद में किसी ने कुछ बोला और जया को गुस्सा आ गया.
गुस्से में आग बबूला जया कहती हैं कि अगर आप बीच में बोलेंगे, तो मैं इसका विरोध करूंगी. मैं चुपचाप बैठी थी ना. प्लीज बीच में कोई कमेंट ना करें.
आप बिल लाए. हम इसका सपोर्ट कर रहे हैं, लेकिन हमें अपनी बात कहने दें. ये लोग बीच-बीच में कमेंट करते रहते हैं और हम करें, तो नाराज हो जाते हैं.
अंत में सभापति जगदीप धनखड़ से वो कहती हैं कि आप इस बात को मानते हैं ना सर. जय बच्चन की बात का जवाब देते हुए सभापति हंसते हुए कहते हैं कि मैं दोनों की सुनता हूं.