सड़कों पर मांगी भीख-सुसाइड की कोशिश की, बिहार की ये ट्रांसजेंडर, कैसे बनी एक्ट्रेस?

28 July 2024

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ट्रांसजेंडर एक्ट्रेस शुभी शर्मा ने सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में एक्ट्रेस बनने की कहानी बताई है. शुभी बताती हैं कि उनका जन्म बिहार, भागलपुर में हुआ था.

 ट्रांसजेंडर कैसे बनी एक्ट्रेस?

उनके पिता चाहते थे कि घर में लड़का हो और उनकी मां को लगता था कि बेटी हो. लेकिन जब उनका जन्म हुआ, तो सब शॉक थे. हालांकि, उनके मम्मी-पापा ने कभी उन्हें अलग महसूस नहीं कराया.

हर बच्चे की तरह उन्हें मम्मी-पापा से बहुत प्यार मिला. शुभी कहती हैं- मैं 11वीं क्लास में फेल हो गई थी. उस दिन मेरे मम्मी-पापा को बहुत सुनाया गया.

'मुझे इतना बुरा लगा कि मैंने फांसी लगाकर जान देने की कोशिश की, लेकिन कर नहीं पाई. इसके बाद मैं दिल्ली से मुंबई भाग आई, क्योंकि मैं एक्टर बनना चाहती थी.' 

'मुंबई आते ही पहले दिन मैंने हार मान लिया. मैंने यहां कर बहुत सारी जॉब सर्च की. ऑडिशन दिए, लेकिन कहीं कुछ नहीं हो रहा था. फिर मुझे मेरे जैसे दोस्त मिले.' 

'मुझे लगता था कि ट्रांसजेंडर सिर्फ दिल्ली में होते हैं, लेकिन मुंबई में दिल्ली से ज्यादा ट्रांसजेंडर हैं. मेरे पास पैसे नहीं थे. ना खाने के और ना ही किराया देने के.'

'इसलिए मैंने दोस्तों के साथ मिलकर सिग्नल और दुकानों पर जाकर मांगना शुरू किया. कई बार लोग बेज्जत करके भगा देते थे. मैं बहुत रोती थी. फिर मैंने मांगना छोड़ दिया.' 

'मुझे लगता था कि हम लोग धरती पर सबसे बेकार लोग हैं. आपको बताऊं मैं आज भी मांगती हूं, जब भी किसी के यहां बच्चा होता है या फेस्टिवल होता है, तो मांगने जाती हूं.' 

'मांगना ही हमारा पहला काम है, जो खुशी से बुलाता है, उसके यहां मांगने चली जाती हूं. एक बार मेरी दोस्त ने WhatsApp स्टेटस लगाया था. उसने शक्ति सीरियल में काम किया था.'

'मैंने उससे कहा कि मुझे भी काम दिला दो. उसने मुझे गुरू मां से मिलवाया. वो इंडस्ट्री में बहुत सालों से हैं और कई मूवीज-सीरीज में काम कर चुकी हैं.' 

'मैं उनसे मिली. 6 महीने बाद उन्होंने मुझे बुलाया और शक्ति सीरियल में काम दिलाया. मेरा पहला शो रुबीना के साथ था. मैंने शक्ति सीरियल में काम किया और उस समय ऐसा लगा, बस मैं यही चाहती थी.' 

'हालांकि, आज भी इंडस्ट्री में ट्रांसजेंडर के लिए बहुत कम रोल हैं. अब लोग मर्दों को साड़ी-चूड़ी पहनाकर ट्रांसजेंडर बना देते हैं. ये गलत है. मैंने इसकी शिकायत भी की हुई है.'

शुभी की जिंदगी में तमाम दिक्कतें आईं, लेकिन उन्होंने कभी अपने पेरेंट्स से तकलीफ का जिक्र नहीं किया, क्योंकि वो उन्हें परेशान नहीं करना चाहती थीं. आज वो एक सक्सेसफुल जिंदगी जी रही हैं.