मौसमी चटर्जी ने बालिका वधू से अपने करियर की शुरुआत की थी. एक्ट्रेस की उम्र महज 10 साल थी. लेकिन वो रातोरात पॉपुलर हो गई थीं.
मौसमी उस दौरान सेट पर इतनी इरिटेट होती थीं, कि वो शूट से दो बार भाग गई थीं. क्योंकि उन्हें टीनएज दिखना था, इसके लिए काफी टाइट ब्लाउज पहनने पड़ते थे.
मौसमी को इस फिल्म के लिए 2 हजार रुपये दिए जा रहे थे, लेकिन एक्ट्रेस के पापा ने मना कर दिया था. बदले में उन्होंने प्रोड्यूसर से बस बेटी का ध्यान रखने के लिए कहा था.
मौसमी को 10 साल की उम्र में ही उनका पति मिल गया था. लेकिन दिलचस्प बात ये कि उससे पहले ससुर से मुलाकात हुई और बहू बनने की अफवाह फैली.
दरअसल, बालिका वधू के बाद मौसमी काफी फेमस हो गई थीं. वो कोलकाता में दुर्गा पूजा देखने नहीं जा पा रही थीं. इसलिए ससुर हेमंत मुखर्जी उन्हें अपने साथ मुंबई अपने घर लाए.
लेकिन ये बात फैल गई और मौसमी के पिता से सवाल किए जाने लगे कि नाबालिग लड़की को तुमने एक बाहर के आदमी के साथ कैसे भेज दिया. तब हेमंत ने ऐलान किया कि ये मेरे घर की बहू बनेगी.
मौसमी के अफेयर की अफवाह कई एक्टर्स के साथ उड़ी, लेकिन वो हमेशा अपने पति जयंत मुखर्जी के साथ खड़ी रहीं. वो हमेशा कहा करती कि जब आपके परिवार को सब पता हो तो अफवाहों से कोई फर्क नहीं पड़ता.
मौसमी का नाता अपने परिवार से बहुत अच्छा था. उनके ससुर हेमंत ही उनकी सभी स्क्रिप्ट को फाइनल किया करते थे. वो उस वक्त की पहली ऐसी एक्ट्रेस थीं, जो शादी के बाद लीड रोल किया करती थीं.
लेकिन मौसमी ने अपने जीवन में बुरा वक्त भी देखा. कम उम्र में शादी, बच्चे और पति सबकी देखभाल करते अपने करियर पर ध्यान देना उनके लिए किसी जंग लड़ने से कम नहीं था.
एक्ट्रेस ने इंटरव्यू में बताया था कि वो कभी कभी बहुत प्रेशर फील करती थीं. रात को पैनिक अटैक्स आते थे. वो सो नहीं पाती थीं. उस वक्त उनकी बेटी उन्हें संभाला करती थीं.
मौसमी ने कहा था कि- मेरा मेरे पति से कभी क्लैश नहीं हुआ, शायद इसलिए क्योंकि वो पहले से अमीर थे. अगर गरीब होते तो जरूर होता, क्योंकि जब मैंने अपनी खुद की मर्सडीज खरीदी, तब पति के पास पहले से थी. उनके लिए मैं कभी सेलिब्रिटी नहीं थी.