3 जुलाई 2024
फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम
एक्ट्रेस दिव्या दत्ता को फिल्म इंडस्ट्री में 30 साल हो गए हैं. अपने हर प्रोजेक्ट में उन्हें अलग रोल में देखा जाता है. लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब दिव्य को टाइपकास्ट होने का डर था.
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दिव्या को फिल्म 'वीर जारा' से दर्शकों के बीच पहचान मिली थी. इस फिल्म में उन्होंने प्रीति जिंटा के किरदार जारा की बेस्ट फ्रेंड शबीना इब्राहिम उर्फ शब्बों का किरदार निभाया था.
सिद्धार्थ कानन से बातचीत में दिव्या दत्ता ने कहा कि मूवी के रिलीज होने के बाद उन्हें हीरोइन की बेस्ट फ्रेंड के रोल में टाइपकास्ट होने का डर था.
उन्होंने कहा, 'मैं मूवी के प्रीमियर पर अपनी मां का हाथ पकड़े बैठी थी. वो यश चोपड़ा की फिल्म थी तो जाहिर है पूरी दुनिया उसे देख रही थी. मैंने बहुत एन्जॉय किया.'
'लेकिन मैं परेशान भी थी ये सोचकर कि मुझे इंडस्ट्री की सभी हीरोइनों की बेस्ट फ्रेंड के रूप में स्टीरियोटाइप न कर दिया जाए. हमारी इंडस्ट्री में भेड़ चाल वाली सोच है.'
'लोग बाकी सबको छोड़कर एक अच्छे एक्टर के पीछे भागते हैं. तो जब इंटरवल हुआ मैं अपनी मां का हाथ पकड़कर भाग गई. जब हम बाहर निकले तो मैं उनके पीछे थोड़ा-सा छुप भी गई थी.'
'जब मैं छुप रही थी यश अंकल ने मुझे देख लिया और अपने पास बुलाया. तब मुझे लोगों ने घेर लिया था. उन्होंने यश जी से पूछा कि ये लड़की आपको कहां से मिली? ये पाकिस्तान से है? नई आई है?'
'मुझे तब तक इंडस्ट्री में आए हुए 7 साल हो गए थे. जब मुझे फाइनली डिस्कवर किया गया तो लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि मुझे किस कैटेगरी में रखा जाए. तब भी मैंने बहुत रोल्स को न कहा.'
दिव्या दत्ता ने बताया कि वो यश चोपड़ा की फिल्मों की हीरोइन बनाना चाहती थीं. उन्होंने 'आजा नचले', 'भाग मिल्खा भाग' जैसी फिल्मों समेत 'शर्माजी की बेटी' सीरीज में भी काम किया है.