बॉक्स ऑफिस पर पहले गदर 2 और अब शाहरुख खान की मूवी जवान ने धमाल मचाया हुआ है. दोनों ही मूवीज छप्परफाड़ कमाई कर रही हैं.
क्या बोले संजय गुप्ता?
इंडस्ट्री के लोगों का मानना है बॉलीवुड के अच्छे दिन लौट आए हैं. कोरोना लॉकडाउन के बाद से हिंदी फिल्में पिट रही थीं. लेकिन 2023 में हुए अच्छे बिजनेस ने इंडस्ट्री को रिवाइव कर दिया है.
वो कहते हैं- हालांकि जवान और गदर 2 जैसी बड़ी मूवीज में एग्जिबिटर्स को राहत दी है, इंडस्ट्री पुनर्जीवित तब होगी जब छोटी और मिड बजट की फिल्में भी ऑडियंस को थियेटर्स में लेकर आएंगी.
फिल्म सिटी में आजकल कम से कम 5-6 शूट होते हैं. वहीं प्री-पैनडेमिक 50 शूट्स होते थे. एक्टर्स घर पर बैठे हैं. प्रोड्यूसर्स के ऑफिस में निराशा का माहौल है.
संजय गु्प्ता ने बताया कि पठान देखने के बाद वो परेशान हो गए थे. प्रोड्यूसर्स को ऐसी मूवीज बनाने के लिए कम से कम 200 करोड़ खर्च करने चाहिए. इंडस्ट्री के टॉप फेस को कास्ट करना चाहिए.
उनका मानना है सिनेमाघरों में ऑडियंस लौटेगी जब फिल्मों का कॉम्बिनेशन उन्हें देखने को मिलेगा. आज प्रोड्यूसर्स 4-5 करोड़ की ओपनिंग पर एक-दूसरे को बधाई देते हैं.
''75 करोड़ लाइफटाइम कलेक्शन पर मूवी सुपरहिट मानी जा रही है. अभी सेलिब्रेट करने जैसा कुछ नहीं है. एग्जिबिटर्स भी जानते हैं कि कुछ हफ्तों बाद फेज लौट आएगा.''
''गदर 2 और जवान की सक्सेस से इंडस्ट्री के लिए कोई प्रॉफिट नहीं हुआ है. बस वही लोग पैसा बना रहे हैं जिन्होंने इन मूवीज में इंवेस्ट किया है. ''
एग्जिबिटर्स को थोड़ा रिलीफ जरूर मिला है. वो कुछ समय के लिए खुश हैं. लेकिन ये बात जानते हैं कि ये बस चार दिन की चांदनी है.