'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' शो में जेठालाल का किरदार निभाने वाले एक्टर दिलीप जोशी ने अपने स्ट्रगल और एक्टिंग करियर के बारे में बात की है.
मुश्किलों में थे दिलीप जोशी
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने फिल्मों में जाने का फैसला किया था और उस समय उन्हें अपनी जर्नी में कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
दिलीप जोशी बताते हैं कि 1989 में उन्होंने सलमान खान के साथ 'मैंने प्यार किया' की थी. इसमें उन्होंने छोटा-सा रोल निभाया. वो थिएटर से आए थे तो सलमान उनसे सीन अच्छा हुआ या नहीं ये पूछा करते थे.
सलमान के बाद दिलीप ने शाहरुख खान के साथ फिल्म 'वन टू का फोर' और 'फिर भी दिल है हिंदुस्तानी' में काम किया था. वो कहते हैं कि उनका एक्सपीरियंस अच्छा रहा.
दिलीप जोशी बताते हैं कि एक्टिंग से पहले वो एक ट्रैवल एजेंसी के साथ बतौर पार्टनर काम करते थे. उन्होंने ये नौकरी 5 सालों तक की थी.
उनके मुताबिक, उन्होंने अपनी पत्नी से कहा था कि वो एक्टर बनना चाहते हैं. पत्नी ने उन्हें सपोर्ट किया और कहा कि हमें करोड़पति बनने की जरूरत नहीं. दाल-रोटी में गुजारा हो जाएगा.
1990 से 94 तक का समय काम पाने में दिलीप को मुश्किल हुई. वो बताते हैं, 'मेरी बेटी का जन्म 1992 में हुआ था. तब मेरे बैंक अकाउंट में 25 हजार रुपये थे. इसमें से 13 हजार अस्पताल में खर्च हो गए थे.'
उन्होंने कहा कि थिएटर में कुछ प्ले करने पर उन्हें मात्र 450 रुपये ही मिलते थे. उन्होंने सोचा था कि 'मैंने प्यार किया' हिट हो गई है अब कुछ होगा, लेकिन उन्हें काम नहीं मिला.
साल 2007 में दिलीप एक प्ले में काम कर रहे थे जो खत्म हो गया. उनका एक शो भी खत्म हो गया था. उन्हें काम के लिए कोई कॉल नहीं आ रही थी और ना ही उनके पास और काम था.
एक्टर कहते हैं, 'मेरे दो बच्चे थे. परिवार था. खर्चे बढ़ रहे थे और वो मुश्किल समय था. मुझे एक्टिंग के अलावा कुछ नहीं आता था. मुझे पैसों की जरूरत थी और मैं सोचता था कि मैं और क्या कर सकता हूं?'
इस दौरान उन्हें 'कॉमेडी सर्कस' का ऑफर मिला, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. फिर उन्हें 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' मिला. दिलीप कहते हैं- भगवान के आशीर्वाद से लाइफटाइम का मामला सेट हो गया.