14 Mar 2024
Credit: Instagram
कई बार फिल्मों की कहानी से ज्यादा उनके कैरेक्टर मशहूर हो जाते हैं. सुपरहिट फिल्म हाउसफुल के साथ भी ऐसा ही है.
साजिद खान और साजिद नाडियाडवाला की ये फिल्म हिंदी सिनेमा की बेहतरीन कॉमेडी फिल्मों में से एक है. फिल्म के हर किरदार को दर्शकों का खूब प्यार मिला.
अक्षय कुमार, रितेश देशमुख और बोमन ईरानी जैसे कलाकारों से सजी फिल्म में चंकी पांडे, 'आखिरा पास्ता' का किरदार निभाकर वाहवाही लूट ले गए थे.
पहली दफा उन्होंने फिल्म में 'आखिरी पास्ता' बनने की कहानी सुनाई है. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा- ये जो आखिरी पास्ता रोल लिखा गया था. उसे साजिद खान खुद करने वाले थे.
'फिर उसने बोला कि यार मैं डायरेक्शन करूं या एक्टिंग करूं. फिर वो रोल के लिए बेहतर एक्टर की तलाश करने लगा. एक दिन मैं उसे पार्टी में मिला.'
'वैसे मैं साजिद को बचपन से जानता हूं. उनकी मासी डेजी ईरानी के घर पर मैं-सलमान खान एक्टिंग क्लास लेते थे. तो उसने कहा कि भाई ये रोल कर लो. मैंने हां कह दी.'
चंकी बताते हैं कि जब हाउसफुल का फर्स्ट पार्ट लिखा गया, तो स्क्रिप्ट कुछ और होती थी. सेट पर पहुंचते थे, तो सीन कुछ और होता था.
'जब कैमरा चालू होता था, तो मेरा सीन कुछ और हो जाता था. इसलिए मैं उसमें अपना योगदान कम मानता हूं.'
'मैं कहूंगा कि फिल्म साजिद खान और साजिद नाडियाला की खिचड़ी है. साजिद नाडियाला का सेंस ऑफ ह्यूमर काफी डार्क है.'
उन्होंने कहा कि चेम्बूर में एक रेड़ी वाला है, जो आखिरी पास्ता बेचता है. एक दिन मैंने वहां किसी को भेजा कि देखो आखिरी पास्ता है क्या.'
'वो इंडियन, चाइनीज और इटालियन मिक्स पास्ता बेचता है. वो इतना टेस्टी पास्ता बेचता है कि उसकी दुकान पर हमेशा बहुत भीड़ लगी रहती है.'
बस यही है चंकी के आखिरी पास्ता बनने की कहानी.