बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी कई पॉपुलर फिल्म्स का हिस्सा रहे, पर इन्हें लगता है कि यह एक अंडररेटेड एक्टर हैं.
अरशद ने कही ये बात
हाल ही में एक इंटरव्यू में अरशद ने कहा कि उन्होंने कई प्रोजेक्ट्स छोड़ दिए, ये सोचकर कि उनमें उनका रोल अच्छा नहीं था.
अरशद ने कहा- मुझे लगता है कि मैं अंडरयूटिलाइज्ड एक्टर हूं. मुझे पता है मैं बहुत कुछ कर सकता हूं.
"मैं कई अच्छी फिल्में भी कर सकता था, पर नहीं कीं. कई प्रोजेक्ट्स मुझे करने चाहिए थे, पर वो आखिरी मोमेंट पर किसी और के पास चले गए."
"दुख होता था, जब देखता था कि मेरे हाथ आई चीज किसी और को चली गई. और फिर उन्होंने उस फिल्म में काम अच्छा भी नहीं किया."
"सोचता था कि अगर मैं ही इसमें होता तो ज्यादा बेहतर परफॉर्म कर सकता था, पर शायद समय का खेल था."
"मुझे लगता है कि जिन प्रोजेक्ट्स से मुझे बाहर किया गया, वह सही निर्णय नहीं था. ऐसे में मैं खुद को अंडरयूज्ड और अंडररेटेड एक्टर मानता हूं."
बता दें कि अरशद ने अपना एक्टिंग डेब्यू महेश भट्ट की फिल्म 'काश' से किया था. इसके बाद कोरियोग्राफी में इन्होंने हाथ आजमाया.
फिल्म 'रूप की रानी चोरो का राजा' में इन्होंने कोरियोग्राफी की जो फिल्म साल 1993 में रिलीज हुई थी.