9 अप्रैल 2024
फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम
अर्चना पूरन सिंह ने हाल ही में इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर करते हुए एंग्जाइटी के बारे में बात की थी. उन्होंने बताया था कि उन्होंने सालों तक एंग्जाइटी का दर्द झेला है.
अब अर्चना ने अपने एक इंटरव्यू में बताया है कि बचपन से लेकर टीनेज और जवानी तक उन्होंने एंग्जाइटी का सामना किया है. लेकिन तब उनकी मदद को कोई नहीं था.
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में अर्चना ने कहा, 'मैं सोशल मीडिया पर थी और एंग्जाइटी के बारे में काफी कुछ पढ़ रही थी. लोग पैनिक अटैक और एंग्जाइटी अटैक के बारे में बात कर रहे थे.'
'तब मैंने सोचा और मुझे समझ आया कि हम सभी ने जिंदगी में कभी न कभी एंग्जाइटी का सामना किया है. बस आज के वक्त में हमने उसे एक परिभाषा दे दी है.'
'बड़े होते हुए हम सभी उस फीलिंग से गुजरे हैं. एग्जाम से पहले, पेरेंट्स से पड़ने वाली डांट की वजह से या फिर डांट के बारे में सोचकर. लेकिन किसी ने हमें नहीं बताया कि इसे एंग्जाइटी कहते हैं.'
अर्चना पूरन सिंह ने कहा कि काफी लंबे वक्त तक उन्हें ये नॉर्मल बात लगी थी कि आप कभी खुशी, कभी दुखी तो कभी एंग्जाइटी महसूस करते हो.
उन्होंने कहा, 'मुझे खुद से समझ आया कि मैंने जो एक्सपीरिएंस किया है वो एंग्जाइटी है. वो बहुत कम लेवल की थी. मुझे पता है दूसरे लोग काफी एक्सट्रीम एंग्जाइटी से गुजर रहे हैं.'
'मैंने अपने बचपन में इसे महसूस किया है, अपने टीनेज इयर्स, कॉलेज के दिनों में, जब मेरा करियर शुरू हो रहा था तब भी, और जब कुछ प्रोजेक्ट्स नहीं चले तब भी.'
एक्ट्रेस ने कहा, 'हमने कई सालों तक चुप रहकर ये सब सहा है. एंग्जाइटी से लड़ने में हमारी किसी ने मदद नहीं की. ज्यादा से ज्यादा ये होता था कि हमारी मां आकर हमें गले लगा लेती थीं.'