17 June 2025
Credit: Instagram
टीवी एक्टर पारस कलनावत को 'अनुपमा' शो से घर-घर में पहचान मिली. वो 'कुंडली भाग्य' शो में भी नजर आ चुके हैं.
मगर प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा पारस की पर्सनल लाइफ चर्चा में रहती है. एक्टर कई दफा ब्रेकअप के दर्द से गुजर चुके हैं.
उर्फी जावेद संग भी वो रिश्ते में थे. मगर उनका रिश्ता लंबा चल नहीं पाया. अब पारस ने अपने ब्रेकअप्स और टूटे रिश्तों पर बात की है.
'टेलीचक्कर' संग बातचीत में पारस ने बताया कि वो अब तक 3 रिलेशनशिप्स में रह चुके हैं. एक्टर ने कहा कि कईयों के असली रूप कुछ महीनों बाद सामने आते हैं. ऐसे लोग खुद ही आकर बोल देते हैं कि हम तो फेक कर रहे थे.
पारस से आगे पूछा गया कि क्या खराब एक्सपीरियंस की वजह से उनपर इमोशनली असर पड़ा था? इसपर एक्टर ने जवाब दिया- हां, मैं बहुत ज्यादा इमोशनल इंसान हूं.
जब आपको किसी से धोखा मिलता है या आप उम्मीद करते हो कि इस इंसान से आपको ऐसा रिएक्शन मिलेगा, लेकिन वैसा नहीं मिलता है तो कहीं न कहीं आपका दिल दुखता है. मुझे भी दुख पहुंचा था. लेकिन वो अब पुराना जख्म हो चुका है, जो अब भर चुका है.
पारस से उर्फी जावेद संग उनके रिश्ते को लेकर भी सवाल किया गया. इसपर पारस बोले- 2017 में बहुत कम वक्त के लिए हमने एक दूसरे को डेट किया था.
वो रिलेशनशिप एक पब्लिक रिलेशन था. हम लोग सोशल मीडिया पर साथ में पोस्ट करते थे. इसलिए लोगों को उस रिश्ते के बारे में पता है. वरना अपने रिश्ते को मैं बहुत प्राइवेट रखता हूं.
मेरे लिए तो वो एक खूबसूरत एक्सपीरियंस ही था. मैं प्यार में था. मुझे उस पार्ट पर ना पछतावा है ना मैं कभी ये कह सकता हूं कि उसे डेट करने का मुझे पछतावा है.
उर्फी बहुत हार्डवर्किंग लड़की है. मुझे उनपर गर्व है. मैं अपने आस-पास के लोगों को कहता भी हूं कि वो बहुत ज्यादा टैलेंटड है. अपने पूरे परिवार का ध्यान रखती है. वो अपने लिए इतना अच्छा कर रही है.
मैं अब तक 3 रिलेशनशिप में रहा हूं. मेरा वो Genz वाला सीन नहीं है कि सिचुएशनशिप चल रहा है. मैं सच्चे प्यार में यकीन रखता हूं. मैं आशिक किस्म का लड़का हूं.
यही वजह है कि मुझे दुख होता है, क्योंकि आज की जनरेशन सिचुएशनशिप में यकीन रखती है. आज कल डेटिंग को लेकर कितने नए टर्म्स आ गए हैं.
मैं जिस तरह से आशिकी करता हूं, उस लिहाज से मैं प्यार में अनलकी रहा हूं. मैं ऐसे लोगों के प्यार में रहा हूं, जिनके असली रूप कुछ महीनों बाद ही निकलते हैं और वो खुद ही आकर बोलते हैं कि हमें कमिटमेंट नहीं चाहिए.