कनाडा कुमार कहे जाने पर बुरा लगा? अक्षय ने बताया क्यों ली थी कनाडा की सिटीजनश‍िप

11 अक्टूबर 2023

फोटो: @katrinakaif/इंस्टाग्राम

अक्षय कुमार लंबे इंतजार के बाद ऑफिशियली भारतीय नागरिक बन चुके हैं. इससे पहले उनके पास कनाडा का पासपोर्ट था, जिसको लेकर वो काफी ट्रोल होते थे.

अक्षय को लगा बुरा?

नए इंटरव्यू में अक्षय से पूछा गया कि आपको लोगों ने कनाडा कुमार कहा, ये सब सुनकर आपको कैसा लगा था? कैसा लगता था जब लोग आपका मजाक उड़ाते थे या फिर आपकी आलोचना करते थे?

जवाब में अक्षय ने कहा, 'इसका क्या ही जवाब दिया जाए. अब सोशल मीडिया का जमाना है. हर कोई कमेंट करता है. लेकिन ठीक है, मुझे मेरी नागरिकता वापस मिल गई है तो पॉजिटिव साइड की तरफ देखना चाहिए. बस इतना काफी है.'

आप दस्तावेजों के अलावा हर तरह से भारत के नागरिक थे. अब वो भी हो गया है. आपको कैसा लग रहा है? आप इसकी कोशिश काफी लंबे समय से कर रहे थे.

अक्षय ने जवाब में कहा, 'मैंने कोरोना काल की वजह से 2-3 साल गंवा दिए थे. ये कमाल की बात है कि इस साल 15 अगस्त के दिन मुझे अपनी भारत की नागरिकता मिली. मैं हमेशा से एक भारतीय था.'

वो बोले, 'मैंने हमेशा यहां टैक्स भरा है. हमेशा से यहां रहा हूं. कुछ नहीं यार, उस वक्त फिल्में नहीं चल रही थीं तो मैं कनाडा चला गया था. कई लोग, कई भारतीय वहां जाते हैं. ऑस्ट्रेलिया में रहो, कनाडा में रहो, अमेरिका में रहो... कहीं न कहीं लोग रहते हैं.'

'बस इतनी सी बात से लोगों को दिक्कत थी. उनके कितने परिवारवाले बाहर जाकर रहते हैं. लेकिन फिर भी मैं हमेशा से भारतीय था. ये चीज लोगों को बुरी लग रही थी. मैं भी इससे परेशान रहा. मैंने समय लिया अपनी नागरिकता वापस लेने में.'

अक्षय से ये भी पूछा गया कि क्या लोग अभी भी आपकी आलोचना करते हैं और कहते हैं कि आप सरकार के साथ हो गए हैं, आपने प्रधानमंत्री का इंटरव्यू लिया है. 

उन्होंने जवाब दिया, 'मुझको बताइए किसको छोड़ते हैं. सबको पकड़कर रखते हैं. कोई इसके बारे में, आपके बारे में कुछ बोलते होंगे, मेरे बारे में कुछ बोलते होंगे.'

'तो अब सबके पास कुछ न कुछ कहने को है. अब हमारे पास पावर है, हाथ में फोन है. हर कोई कुछ न कुछ बोलता है. अब ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आपको ये बातें कैसे लेनी हैं.'

अंत में अक्षय ने कहा, 'अगर आप इसका असर खुद पर पड़ने देंगे तो इसमें आपका नुकसान है. मुझे लगता है कि मुझे बुरा भला कहने वाले लोगों को फर्क नहीं पड़ता. इसका कोई मतलब नहीं है मेरे लिए.'