एक्ट्रेस कल्कि केकलां को बॉलीवुड में अपना करियर बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था. उनकी राह आसान नहीं थी. उन्हें उनके गोरे रंग की वजह से काफी बातें सुननी पड़ी हैं.
कल्कि का जन्म पुदुच्चेरी में एक फ्रेंच परिवार में हुआ था. माता-पिता भले ही फ्रेंच मूल के थे, लेकिन वेष और भाषा भारतीय ही रही. फिर भी उन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ा.
मेल फेमिनिस्ट को दिए एक इंटरव्यू में कल्कि ने बताया कि "मैंने बचपन से भेदभाव देखा है. लोग समझते थे कि मैं ड्रग्स लेती हूं क्योंकि मेरे ग्रुप में, मैं अकेली बेहद गोरी लड़की थी. इसमें मेरी गलती नहीं है कि मेरा रंग बेहद गोरा है."
कल्कि बताती हैं कि "वो लोग बेवॉच देखते थे और सोचते थे कि गोरे लोग ऐसे ही होते हैं. वो मुझे कैरेक्टरलेस समझते थे. जैसे ही मैं तमिल में जवाब देती थी, तो वो लोग मुझे अक्का और सिस्टर कहने लगते थे. मेरी भाषा सुनकर उनकी सोच बदल जाती थी."
'ये जवानी है दिवानी' फेम कल्कि ने कास्टिंग काउच को लेकर भी बात की. उन्होंने बताया, "मैंने एक फिल्म का ऑडिशन दिया था, जिसके लिए मुझसे कहा गया कि प्रोड्यूसर से मिलना पड़ेगा."
कल्कि बताती हैं कि "जब मैं ऑफिस में प्रोड्यूसर से मिलने गई तो उन्होंने कहा कि ये तुम्हारे लिए बड़ा मौका है. मैं तुम्हे और अच्छे से जानना चाहता हूं, क्या तुम मेरे साथ डिनर पर चलोगी. मैं समझ गई ये कुछ गलत करना चाहते हैं, तभी मैंने उनको कहा देखो में उस टाइप की लड़की नहीं हूं."
कल्कि ने बताया कि "मेरे लुक्स को लेकर भी सोशल मीडिया पर कमेंट किए जाते थे कि ज्यादा मत हंसो, तुम्हारे दांत बहुत बड़े हैं. मुझे याद है जब मैं 24 साल की थी, तब एक मेकअप आर्टिस्ट मुझसे कहा था कि वो मेरी आंखों में आईलाइनर नहीं लगा सकता क्योंकि मेरी आंखो के पास बहुत झुर्रियां हैं."
कल्कि की पर्सनल लाइफ की बात करें तो, साल 2011 में उन्होंने फिल्ममेकर अनुराग कश्यप से शादी की थी, पर 5 साल बाद ही उनका डिवोर्स हो गया. फिलहाल वो इजराइल के म्यूजिशियन गॉय हर्शबर्ग के साथ रिलेशनशिप में हैं और साल 2020 में उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया था.
वर्कफ्रंट की बात करें तो, कल्कि को आखिरी बार फिल्म 'गोल्डफिश' में देखा गया था. इसके अलावा वो जल्द ही सीरीज मेड इन हेवन के दूसरे सीजन में नजर आएंगी.