22 Mar 2024
फोटो- रणदीप हुड्डा
एक्टर रणदीप हुड्डा पिछले 23 सालों से फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा हैं. पर इनके जीवन में वो दौर भी आया जब फिल्म बिजनेस में स्ट्रगल किया.
23 सालों में 11 साल ऐसे थे, जब रणदीप के पास काम नहीं था. वो खाली घर बैठे थे. और सबसे खराब दौर था, घर का सामान बेचकर गुजारा करना.
ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे संग बातचीत में रणदीप हुड्डा ने बताया कि कई बार मेरे पास जीरो रुपये होते थे. और मुझे पता नहीं होता था कि आगे क्या करना है.
"मैंने अपने घर की सारी चीजें बेच दी थीं. गाड़ी, माइक्रोवेव, सबकुछ. पर मैंने अपने घोड़े नहीं बेचे. अरेबिक में एक कहावत है वो ये कि तंख्वा बढ़ाओ, खर्चा कम करने से कुछ नहीं होगा."
"एक बार मैंने अपेन घोड़े रणजी को बेचा था. वो अब बूढ़ा हो गया है. उसका दोबारा ऑपरेशन कराया है. कुछ पैसों के लिए मैंने उसे बेचा था."
"सोचा था कि उन पैसों से मैं खुद की और बाकी के घोड़ों की देखभाल कर लूंगा. उसे ट्रक में चढ़ाया. मुझे चेक मिला. रेस कोर्स से लिए वो ले जाया जा रहा था."
"मैं इस चीज या इस फीलिंग को झेल नहीं पाया. मैंने ट्रक रोका. लड़ाई की और अपना घोड़ा वापस ले आया. मैं मेंटली उसके मेरे से दूर जाने की बात को झेल नहीं पा रहा था, इसलिए ऐसा किया."