बॉलीवुड की जानी-मानी एक्ट्रेस तनीषा मुखर्जी के जीवन में एक समय ऐसा आया, जब उनके पास काम नहीं था. साल 2003 में इन्होंने डेब्यू किया था.
फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखने के चलते इन्होंने एक्टिंग नहीं सीखी थी. पर अगर सीख लेतीं तो करियर में सफल होतीं, ऐसा तनीषा का कहना रहा.
तनीषा ने सिद्धार्थ कनन संग बातचीत में कहा कि मैं फिल्मी बैकग्राउंड से जरूर रही हूं, लेकिन मम्मी तनुजा ने हमें कभी लाइमलाइट में नहीं रखा.
"उन्होंने हमारे ऊपर कभी भी एक्टिंग करने को लेकर दवाब नहीं बनाया. काजोल ने भी मुझे कभी चीजों को लेकर नहीं बताया. हमारे घर पर कभी टेबल पर बैठकर एक्टिंग की बातें नहीं होती थीं."
"मैंने फिल्में कीं, एक्टिंग की और सक्सेसफुल नहीं हो पाई. फिर जब दीदी की शादी अजय से हुई तो वो आए और उन्होंने मेरी मदद की."
"अजय ने मेरे लिए एक सेक्रेटरी रखी, जिसने मेरा काम मैनेज किया. मुझे एक्टिंग को लेकर काफी सारी चीजें बताीं और कहा कि वो मुझे किसी फिल्म में कास्ट करेंगे."
कुछ इस तरह जाकर तनीषा ने करियर में सीढ़ियां चढ़ीं पर उतनी सक्सेसफुल न हो सकीं, जितना काजोल और अजय देवगन हैं.