6 April 2025
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पर्व-त्योहार या किसी खास मौके पर आप मंदिर तो जरूर जाते होंगे, लेकिन क्या आपने मंदिर के बने गुंबद को देखा है.
अगर आपने गुंबद को देखा होगा तो आपने ये नोटिस जरूर किया होगा कि मंदिर की गुंबद हमेशा गोल ही क्यों होती है.
तो चलिए जानते हैं मंदिर का गुंबद गोल होने का कारण.
मंदिर में बने गोल गुंबद आध्यात्मिक के साथ-साथ साइंटिफिक महत्व भी है.
ऐसा माना जाता है कि गुंबद का आकार ब्रम्हांड और स्वर्ग का प्रतीक है. इससे ध्यान केंद्रित करना काफी आसान होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है.
जब मंदिर में मंत्र या घंटियों की आवाज होती है तो ये गुंबद के अंदर गूंजती है.
इसके साथ ही गुंबदनुमा छतें हवा के प्रवाह को नियंत्रित करती हैं, जिससे मंदिर के अंदर का तापमान बैलेंस रहता है और मंदिर अंदर से गर्म नहीं होने देता है.
मंदिर के ऊपर गोल गुंबद होने से मंदिर की मजबूती भी बढ़ती है और यह भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं को सहन करने में सक्षम होती है, जिससे मंदिर सदियों तक सुरक्षित रहता है.