11 Aug 2025
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घर बनाने के लिए अच्छे सीमेंट के साथ उसमें मिलाई जाने वाली अच्छी मिट्टी (Sand) का चयन करना भी जरूरी होता है.
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घर बनाने में लोग सीमेंट में नेचुरल सेंड (बालू) की जगह अब आर्टिफिशियल सैंड (M-Sand) का इस्तेमाल कर रहे हैं.
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इन दोनों में अंतर क्या है और घर बनाने में क्या किफायती और मजबूत और सस्ता पड़ता है. आइए आपको बताते हैं.
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बालू आर्टिफिशियल सैंड के मुकाबले ज्यादा महंगी होती है. इसमें ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट भी अच्छी खासी लगती है.
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एक ब्रास बालू करीबन 10 हजार की पड़ती है. निर्माण और सामग्री मापने में "Per Brass" एक स्थानीय माप इकाई है, जिसका उपयोग भारत के कई हिस्सों, खासकर उत्तरी राज्यों में किया जाता है.
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बालू के मुकाबले M Sand सस्ती पड़ती है. एक ब्रास M Sand 6 हजार रुपये के आसपास पड़ती है.
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M-sand को स्टोन या क्रश सैंड भी कहा जाता है. M Sand को बड़े पत्थरों के टुकड़े करके बनाया जाता है.
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Plastering और Waterproofing के लिए बालू अच्छी मानी जाती है. इसमें मौजूद छोटे-छोटे पार्टिकल्स एक स्मूद सरफेस बनाते हैं.
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M Sand में छोटे-छोटे पत्थर होते हैं, जिनकी शेप अलग-अलग होती है. यह मिट्टी Concrete में ज्यादा फायदेमंद रहती है.
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बालू में कई बार मिट्टी और क्ले भी होती है लेकिन M Sand को पूरी तरह रिफाइन करके बनाया जाता है. मजबूती के यह फायदेमंद है.
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बालू में क्ले ज्यादा होने की वजह से इसे कॉन्क्रीट में कम इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए इसकी जगह M Sand का उपयोग होता है.
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