Byline: aajtak.in
प्राचीन समय से ही हमारे देश के कई सारे नाम रहे हैं. जैसे- जम्बूद्वीप, भारतखंड, हिमवर्ष, अजनाभवर्ष, भारतवर्ष, आर्यावर्त, हिंद, हिंदुस्तान, भारत, इंडिया.
इनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय भारत है, लेकिन क्या आपने सोचा कि कैसे भारत का नाम इंडिया पड़ा?
जब अंग्रेज भारत में आए उस समय हमारे देश को हिन्दुस्तान कहा जाता था, हालांकि, ये शब्द बोलने में उन्हें परेशानी होती थी.
ब्रिटिश सरकार को पता लगा कि भारत की सभ्यता सिंधु घाटी है जिसे इंडस वैली भी कहा जाता है.
इस शब्द को लैटिन भाषा में इंडिया भी कहते हैं. तो उन्होंने भारत को इंडिया कहना शुरू कर दिया.
इसके बाद यही नाम लोकप्रिय हो गया. वैसे इस थ्योरी पर भी कई विवाद हैं, लेकिन बड़ा तबका इसी की बात करता है.
जिस तरह भारत को हिंदुस्तान, इंडिया, भारतवर्ष कहते हैं, वैसे ही हरेक देश के कई नाम होते हैं.
यहां तक कि हर देश, दूसरी कंट्री को अलग नाम से जानता है. मसलन, स्पेनिश लोग जर्मनी को अलेमानिया कहते हैं. पोलैंड इसे निएम्सी कहता है और अमेरिका इसे जर्मनी कहता है.
एक देश के कई नाम होने के पीछे का एक कारण ये है कि किसी खास वक्त में कोई देश कैसा था, क्या उसमें कोई लंबी नदी होती थी, या फिर क्या वहां के लोग ज्यादा लड़ाके या शांत स्वभाव के थे.
इन सब चीजों को मिलाकर उस देश की पहचान बनती.
हर पड़ोसी उसे अपने नजरिए से देखता और अपनी भाषा में एक नाम दे देता था. यही वजह है कि लगभग सारे देशों के कई नाम हैं.