पहले अंडा आया या मुर्गी? चल गया पता, जान लीजिए सही जवाब

09 Oct 2024

दुनिया में पहले अंडा आया मुर्गी? यह सवाल अक्सर लोगों से पूछा जाता है. इसका जवाब अधिकतर लोगों को नहीं पता होता.

आज हम आपको बताएंगे कि आखिर इस सवाल का जवाब क्या है. असल में वैज्ञानिकों ने इस सवाल के जवाब का पता लगा लिया है.

ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी और नानजिंग यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने दावा किया है कि धरती पर पहले अंडा नहीं मुर्गा-मुर्गी आए.  

इसको लेकर कई तथ्य भी दिए हैं. रिसर्चर्स ने रिपोर्ट में दावा किया है कि हजारों सालों पहले मुर्गा-मुर्गी ऐसे नहीं थे जैसे आज हैं.

वे अंडे नहीं बल्कि पूर्ण रूप से बच्चे को जन्म देते थे. इसके बाद लगातार इनमें परिवर्तन होता चला गया. पूर्ण रूप से बच्चा देने वाले मुर्गे-मुर्गी की प्रजातियों में अंडे देने की क्षमता भी विकसित हो गई थी.

इससे ये साफ तौर पर कहा जा सकता है कि अंडा पहले नहीं आया मुर्गा और मुर्गी पहले आए. 

रिसर्चर्स का कहना है कि बच्चे को जन्म देने की क्षमता का अलग-अलग होना एक्सटेंडेड एम्ब्रायो रेटेंशन की वजह से होता है.

चिड़िया, मगरमच्छ और कछुए ऐसे अंडे देते हैं, जिसमें भ्रूण बिल्कुल भी नहीं होता है, यह बाद में तैयार होता है.

जबकि कुछ जीव ऐसे होते हैं जो अंदर से ही भ्रूण के विकास के साथ अंडे देते हैं. सांप और छिपकलियां अंडे भले ही देते हैं, लेकिन वे बच्चों को भी जन्म दे सकते हैं.

यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल स्कूल ऑफ अर्थ साइंसेज ने अध्ययन का नेतृत्व किया, जिसमें 51 जीवाश्म प्रजातियों और 29 जीवित प्रजातियों को ओविपेरस के रूप में वर्गीकृत किया गया. कठोर या नरम खोल वाले अंडे देना और बच्चे को जन्म देने की जांच की गई. 

ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर माइकल बेंटन ने कहा कि एमनियोट्स से पहले, मछली के पंखों से अंगों को विकसित करने वाले टेट्रापोड्स मोटे तौर पर उभरते थे.

उन्हें खाने और प्रजनन के लिए पानी में या उसके पास रहना पड़ता था, जैसा कि मेंढक और सैलामैंडर जैसे आधुनिक उभयचरों में होता है.

नानजिंग विश्वविद्यालय और ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा संचालित यह अध्ययन नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन में प्रकाशित हुआ है.

Pictures Credit: Pixabay