वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, लू, प्रदूषण.. क्या होता है इन शब्दों का मतलब

By Aajtak.in

March 22, 2023

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस

ये भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाक़ों में आने वाले ऐसे तूफ़ान को कहते हैं, जो वायुमंडल की ऊंची तहों में भूमध्य सागर, अन्ध महासागर और कुछ हद तक कैस्पियन सागर से नमी लाकर उसे अचानक वर्षा और बर्फ़ के रूप में उत्तर भारत, पाकिस्तान व नेपाल पर गिरा देता है.

लू

मैदानी इलाकों में अगर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस या उसके पार चला जाए तो उस स्थिति को लू कहा जाता है.

प्रदूषण

प्रदूषण को वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई द्वारा मापा जाता है. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है.

कोल्ड डे

मौसम विभाग के अनुसार, एक ठंडा दिन तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहे और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जाए. 

हल्का और घना कोहरा 

बहुत घना कोहरा तब कहा जाता है, जब दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच होती है. 51 से 200 मीटर के बीच दृश्यता को घना कोहरा, 201 से 500 को मध्यम और 501 से 1,000 मीटर के बीच दृश्यता को हल्का कोहरा कहा जाता है.

शीतलहर 

मैदानी इलाकों में जब न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है तो IMD शीतलहर की घोषणा करता है. शीतलहर की घोषणा तब भी की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो.