22 July 2024
आज यानी 22 जुलाई से संसद में बजट सत्र शुरू हो चुका है. NDA गठबंधन सरकार का पहला और मोदी सरकार का यह तीसरा बजट है, जो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल 23 जुलाई को पेश करेंगी.
आज संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश किया गया, जो बजट से ठीक एक दिन पहले पेश किया जाता है. इकोनॉमिक सर्वे एक रिपोर्ट कार्ड की तरह होता है, जिसमें पिछले वर्ष का लेखा-जोखा होता है.
देश का पहला इकोनॉमिक सर्वे साल 1950-51 में पेश किया गया था. वहीं, साल 1964 से इसे बजट से एक दिन पहले प्रस्तुत करने की परंपरा शुरू हुई थी. इसके जरिए सरकार देश की अर्थव्यवस्था के ताजा हालात के बारे में बताती है.
इकोनॉमिक सर्वे में साल भर में डेवलपमेंट ट्रेंड, किस सेक्टर से कितनी कमाई हुई, किस सेक्टर में कैन सी योजनाएं किस तरह लागू हुईं ये सभी जानकारियां शामिल होती हैं.
इकोनॉमिक सर्वे में पिछले एक साल के कार्य, रोजगार, जीडीपी के आंकड़े, बजट घाटे और मुद्रास्फीति जैसी चीजों की अहम जानकारी दर्ज होती है. इसके जरिए सर्वे को देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार तैयार करते हैं.
इकोनॉमिक सर्वे वित्त मंत्रालय का एक एनुअल डॉक्यूमेंट होता है.इस सर्वेक्षण से पता चलता है कि देश को कहां पर फायदा हुआ है और कहां नुकसान हुआ है. वहीं इससे ये तय होता है कि आने वाले साल में अर्थव्यवस्था में कैसी संभावनाएं देखने को मिलेगी.
इकोनॉमिक सर्वे को वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के इकोनॉमिक्स डिवीजन तैयार करता है और इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में बनाया जाता है.