26 Feb 2024
नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) की सिफारिशों के मद्देनजर CBSE शिक्षा मूल्यांकन विभाग ने ओपन बुक एग्जाम (OBE) का प्लान तैयार किया है.
यह एक पायलट प्रोजेक्ट है जिसके तहत सीबीएसई क्लास 9 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स को बुक खोलकर एग्जाम यानी OBE का मौका दिया जाएगा.
CBSE के एक अधिकारी ने कहा, यह फैसला 2023 में हुई गवर्निंग बॉडी मीटिंग में लिया गया था और बोर्ड OBE टेस्ट का परीक्षण साल के अंत में अपने सेलेक्टेड स्कूलों में ही करेगा.
इस टेस्ट में स्टूडेंट्स एग्जाम के समय अपनी किताबें, नोट्स या अन्य स्वीकृत सामग्री साथ में रखकर और उसमें से देखकर एग्जाम दे सकेंगे.
कहा जा रही है कि इससे चली आ रही रट्टा मारने की लत के बजाय यह उच्च-स्तरीय सोच, कौशल, एप्लीकेशन, एनालिसिस, क्रिटकल और क्रिएटिव थिंकिंक और प्रॉब्लम की क्षमताओं का आकलन करने पर फोकस करने में मदद करेगी.
इसमें प्रश्न प्रत्यक्ष नहीं होंगे बल्कि विशेष अवधारणाओं से संबंधित स्टडी सिस्टम की सामान्य समग्र समझ तक पहुंचने पर आधारित होंगे.
सीबीएसई ने कुछ स्कूलों में कक्षा 9 और 10 के लिए अंग्रेजी, गणित और विज्ञान और कक्षा 11 और 12 के लिए अंग्रेजी, गणित और जीव विज्ञान के लिए ओपन-बुक टेस्ट का एक पायलट रन प्रस्तावित किया है.
यह छात्रों द्वारा पूरा करने में लगने वाले समय का मूल्यांकन करने के लिए किया जा रहा है. यह पायलट रन यह निर्धारित करेगा कि क्या इसे सभी स्कूलों पर लागू किया जाना चाहिए.