By: कुमार कुणाल
जब मौसम तेजी से अपने रंग बदलता है तो मौसम विभाग इस बात का इशारा हमें अलग-अलग रंगों के जरिए देता है.
दूसरे शब्दों में, आईएमडी मौसमी गतिविधियों के बारे में रंग के आधार पर अलर्ट जारी करता है. जैसे- रेड अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट.. आइये जानते हैं, इनके लिए क्या पैमाने होते हैं.
रेड अलर्ट एक चेतावनी है जो तब जारी की जाती है जब बेहद खराब मौसम की स्थिति होती है. इस दौरान निश्चित रूप से परिवहन और बिजली आपूर्ति बाधित होती है. इससे जान को खतरा भी हो सकता है. रेड अलर्ट एक्शन लेने की बात कहता है.
ऑरेंज अलर्ट तब जारी किया जाता है जब बेहद खराब मौसम की आशंका होती है, जिससे परिवहन, रेल, सड़क और हवाई मार्ग में व्यवधान हो सकता है. ऑरेंज रंग तैयार रहने का संकेत देता है.
येलो अलर्ट खराब मौसम की स्थिति को दर्शाता है. ये तब जारी किया जाता है जब संभावना होती है कि स्थितियां और खराब हो सकती हैं, जिससे सामान्य जीवन में व्यवधान पैदा हो सकता है. येलो रंग स्थिति से अवगत करवाने के लिए होता है.
हरे रंग के कोड का मतलब है कि मौसम संबंधी कोई घटना हो सकती है, लेकिन इसके लिए किसी भी प्रकार की सलाह जारी करने की आवश्यकता नहीं है. हरे रंग का मतलब तब जारी किया जाता है, जब किसी सलाह की जरूरत नहीं होती.