चाय की टपरी से IAS के बंगले तक... ऐसी है लास्ट अटेंप्ट में UPSC क्रैक करने वाले हिमांशु की कहानी

18 May 2025

जो उम्मीदवार यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं और कभी न कभी अपने मनोबल को खो बैठते हैं, उन्हें कुछ ऐसी प्रेरणादायक IAS/IPS की सक्सेस स्टोरीज़ जरूर जाननी चाहिए.

ऐसी कहानियां छात्रों को न केवल मोटिवेट करती हैं, बल्कि यह समझने में मदद भी करती हैं कि किसी भी परिस्थिति में अगर आप मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं, तो सफलता जरूर मिलेगी.

इनमें से एक प्रेरणादायक कहानी IPS हिमांशु गुप्त की है. हिमांशु गुप्त ने अपनी यूपीएससी यात्रा को Humans of Bombay के साथ शेयर किया था.

हिमांशु स्कूल जाने के लिए 70 किलोमीटर तक का सफर तय करते थे और उन्होंने पापा के साथ चाय की टपरी पर भी काम किया है.

Humans of Bombay' फ़ेसबुक पेज पर हिमांशु गुप्ता अपनी कहानी बताते हुए कहते हैं- 'मैं स्कूल जाने से पहले और बाद में पिता के साथ काम करता था.

स्कूल 35 किमी दूर था, आना-जाना 70 किमी होता था. मैं अपने सहपाठियों के साथ एक वैन में जाता था.

जब भी मेरे सहपाठी हमारे चाय के ठेले के पास से गुजरते, मैं छिप जाता. लेकिन एक बार किसी ने मुझे देख लिया और मजाक उड़ाना शुरू कर दिया.

मुझे 'चायवाला' कहा जाने लगा. लेकिन उस ओर ध्यान देने के बजाय पढ़ाई पर ध्यान लगाया और जब भी समय मिला पापा की मदद की.

हम सब मिलकर अपना घर चलाने के लिए रोजाना 400 रुपये कमा लेते थे.'

हिमांशु गुप्ता आगे कहते हैं- 'लेकिन मेरे सपने बड़े थे. मैं एक शहर में रहने और अपने और अपने परिवार के लिए एक बेहतर जीवन बनाने का सपना देखता था. 

पापा अक्सर कहते थे, 'सपने सच करने है तो पढाई करो!' तो मैंने यही किया. मुझे पता था कि अगर मैं कड़ी मेहनत से पढ़ूंगा, तो मुझे एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल जाएगा.

लेकिन मुझे अंग्रेजी नहीं आती थी, इसलिए मैं अंग्रेजी मूवी डीवीडी खरीदता था और उन्हें सीखने के लिए देखता था.'  

ऑफिशियल ह्यूमन ऑफ बॉम्बे पर छपी ये स्टोरी हर कैंडिडेट को प्रोतसाहित करती है.