शक्ति दुबे बनीं UPSC टॉपर, जानें कैसे तय होता है कि कौन बनेगा IAS-IPS

22 April 2025

UPSC CSE परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है. इस साल प्रयागराज की रहने वाली शक्ति दुबे ने पहले स्थान प्राप्त किया है.

इस साल IAS के लिए कुल 180, IFS के लिए 55, IPS के लिए 147 कैंडिडेट्स का चयन हुआ है. इस बीच आइए जानते हैं कि किस कैंडिडेट को कौन-सी पोस्ट दी जाएगी ये कैसे तय होता है.

यूपीएससी में कुल मिलाकर 24 सर्विसेज होती हैं, जिनके लिए उम्मीदवारों का चयन होता है. ये दो कैटेगरी में बांटी जाती है पहली है ऑल इंडिया सर्विसेज.

इस सर्विस में IAS (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज) और IPS (इंडियन पुलिस सर्विसेज) भी आती हैं.

इनमें जो लोग चयनित होते हैं, उनको राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का कैडर दिया जाता है. फ‍िर दूसरे नंबर पर होती हैं सेंट्रल सर्विसेज जिसमें ग्रुप ए और ग्रुप बी सर्विसेज होती हैं.

कैंडिडेट ने मेन एग्जाम के फॉर्म भरते समय अपनी पहली प्रेफरेंस IAS, IFS या IPS जो भरी है, उसका भी ध्यान रखा जाता है.

उसके बाद मेरिट लिस्ट निकलती है जिसमें सबसे ज्यादा नंबर आते हैं, वो अगर IAS, IFS प्रेफरेंस में होते हैं तो उन्हें यही रैंक एलॉट होती है. उसके बाद धीरे-धीरे घटते हुए मार्क्स के साथ आगे की पोस्ट भी मिलती जाती है.

ध्यान रहे कि इसका मतलब ये नहीं है कि अगर 100 पोस्ट्स की वैकेंसी है, और उसमें IAS के लिए 30 रिक्तियां हैं, तो टॉप के 30 लोगों को ही IAS मिलेगा.

ये भी हो सकता है कि उन टॉप 30 लोगों में से किसी की प्रेफरेंस कुछ और हो. जैसे IPS या IRS. तो ऐसे मेरिट में थोड़ा पीछे रहे लोग अगर अपना प्रेफरेंस IAS रखते हैं तो उन्हें पोस्ट मिल सकती है.

इस तरह थोड़ी पीछे के रैंक वाले लोग भी ये ऊपर की सर्विसेज पा सकते हैं.

बता दें कि ग्रुप ए सर्विसेज में इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS), इंडियन सिविल एकाउंट्स सर्विस , इंडियन रेवेन्यू सर्विस (इनकम टैक्स वाली पोस्ट्स), इंडियन रेलवे सर्विस (IRTS और IRPS) और इंडियन इनफार्मेशन सर्विस (IIS) जैसी सर्विसेज आती हैं.

वहीं ग्रुप बी में आर्म्ड फोर्सेज हेडक्वार्टर्स सिविल सर्विस, पुडुचेरी सिविल सर्विस, दिल्ली एंड अंडमान निकोबार आइलैंड सिविल और पुलिस सर्विस जैसी सर्विस आती हैं. यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठ‍िन परीक्षाओं में गिनी जाती है.