09 April 2025
ग्रेजुएशन के बाद विदेश में अच्छी सैलरी वाली नौकरी चाहिए तो उसके लिए बढ़िया प्लानिंग की जरूर होगी. यहां बताए गए टिप्स और जॉब स्किल्स आपके काम आ सकते हैं.
ग्रेजुएशन में ऐसे कोर्स चुनें जिनकी विदेशों में काफी डिमांड रहती है और पैकेज भी अच्छा मिलता है. जैसे इंजीनियरिंग, आईटी, मेडिकल, मैनेजमेंट की विदेशों में काफी डिमांड होती है.
इंग्लिश बोलने वाले देशों (यूएसए, यूके, कनाडा) के लिए IELTS या TOEFL स्कोर जरूरी है. जर्मनी के लिए जर्मन भाषा (B1/B2 लेवल) सीखें. अच्छा स्कोर (IELTS में 6.5+ बैंड) वीजा और जॉब में मदद करता है.
Indeed, LinkedIn, SEEK (ऑस्ट्रेलिया), और Monster जैसी वेबसाइट्स पर जॉब सर्च करें. विदेशी कंपनियों में अप्लाई करें जो स्पॉन्सरशिप वीजा देती हों (H-1B यूएसए में, या 482 वीजा ऑस्ट्रेलिया में).
स्टूडेंट वीजा (पढ़ाई के लिए), वर्क वीजा (जॉब के लिए) का सिस्टम है. हालांकि कुछ देशों में स्टूडेंट वीजा पर भी कुछ समय के लिए काम करने की परमिशन मिलती है.
लिंक्डइन की "Jobs on the Rise" रिपोर्ट, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की "Future of Jobs" रिपोर्ट, और विभिन्न देशों के लेबर मार्केट डेटा के हिसाब से कई कामों में अच्छी सैलरी मिलती है.
लिंक्डइन 2024 रिपोर्ट के अनुसार, टेक जॉब्स में 25% सालाना ग्रोथ है. विदेशों में IT, सॉफ्टवेयर डेवलमेंट के बाद 40 से 90 लाख तक सालाना पैकेज मिल सकता है.
WHO और OECD की 2023 रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेल्थकेयर और मेडिकल फील्ड में 2030 तक 40 मिलियन जॉब्स की जरूरत होगी. 45 से 80 लाख का पैकेज मिल सकता है.
Glassdoor 2024 रिपोर्ट में डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का अच्छा स्कोप है. हर इंडस्ट्री में AI और बिग डेटा का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. 70 से 95 लाख तक का पैकेज पा सकते हैं.
यूएस ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स (BLS) 2023 के अनुसार, इंजीनियरिंग जॉब्स में 7-10% ग्रोथ और PwC की "Global Jobs Report 2024" में फाइनेंशियल एनालिस्ट्स की मांग 15% बढ़ी है.
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