01 July 2025
दुबई में गाड़ियों से टोल टैक्स वसूलने के लिए हाइवे पर टोलबूथ नहीं लगाए जाते हैं. वहां टोलबूथ पर गाड़ियों की लम्बी कतारों से बचने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी की मदद से टोलटैक्स वसूला जाता है.
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आइए जानते हैं दुबई में टोल टैक्स लेने का ये खास तरीका क्या है. जहां गाड़ियां हाइवे से बिना रुके गुजर जाती हैं और पता भी नहीं चलता कब टोल कट जाता है.
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दुबई में इसे टोलबूथ नहीं बल्कि Salik नाम दिया गया है. इसकी शुरुआत साल 2007 में कई गई थी ताकि ट्रैफिक से बचा जा सके.
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Salik Open Road Tolling (ORT) सिस्टम के तहत काम करता है. ये UAE’s GSM900 मोबाइल सिस्टम से चलता है.
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इस सिस्टम में गाड़ी की इमेज कैप्चर करके टोल काटा जाता है.
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इसके लिए सभी सेंसर को सिर्फ दो ओवरहेड गैंट्री (सड़क के ऊपर लगे बोर्ड) पर लगाया गया है.
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हाइवे पर गाड़ियों की आवाजाही, किस गाड़ी का टोल कटा या किसका नहीं कटा और किस गाड़ी का चालान कटना है यह सब हाइवे पर बने एक केबिन में बैठे कर्मचारी करते हैं.
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बोर्ड पर जो स्कैनर लगे होते हैं लो गाड़ियों का टोल टैक्स काट लेते हैं, इसके अलावा अगर कोई गाड़ी नियमों का पालन नहीं करती तो इन्हीं सेंसर की मदद से चालान भी काट लिया जाता है.
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गाड़ियों में लगे RFID ट्रांसपोंडर के जरिए डेटा लिया जाता है. इसके अलावा वीडियो कैमरा भी लगा होता है.
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दुबई में सड़क परिवहन प्राधिकरण (RTA) ने सभी गाड़ियों के लिए RFID ट्रांसपोंडर उपलब्ध कराए हैं, ताकि टोल अपने आप कट सके.
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इसमें सारा डेटा तुरंत प्रोसेस होता है, क्योंकि इसमें रीयल-टाइम इमेजिंग की सुविधा है.
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इसमें फॉल्ट टॉलरेंस, ऑटोमैटिक फेलओवर को ठीक करने जैसी तकनीकें हैं, जिससे किसी भी खराबी की स्थिति में भी यह काम करता रहता है.
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इसके लिए आपका SALIK अकाउंट में बैलेंस होना बहुत ज़रूरी है. salik की वेबसाइट, मोबाइल ऐप या शहर में लगे SALIK किओस्क (Kiosk) के जरिए इसमें रिचार्ज कराया जा सकता है.
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