अंतरिक्ष में जाने वाले वैज्ञानिक बनते कैसे हैं? करनी होती है ये पढ़ाई

18 Mar 2025

नासा (NASA) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से वापस धरती के लिए रवाना होने वाले हैं.

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सुनीता विलियम्स की तरह अगर आप भी अंतरिक्ष में जाने वाले साइंटिस्ट बनना चाहते हैं तो आइए आपको बताते हैं कि इसके लिए क्या करना होगा.

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नासा के अमुसार, अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए या तो 3 साल का पेशेवर अनुभव होना चाहिए या कम से कम 1,000 घंटे का पायलट-इन-कमांड समय होना चाहिए.

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इसके अलावा कम से कम 850 घंटे उच्च प्रदर्शन वाले जेट विमान में होने चाहिए. इसके अलावा अलग-अलग विमानों की एक्सपीरिएंस होना चाहिए.

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इसके लिए आपको अपनी तैयारी 10वीं कक्षा के बाद से ही शुरू करनी होगा. कैंडिडेट के पास 11वीं में साइंस स्ट्रीम फिजिक्स के साथ मार्कशीट होना चीहिए.

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अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए सबसे पहले आपको विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, या गणित (STEM) में मजबूत आधार तैयार करना होगा.

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अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए आमतौर पर एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, भौतिकी, जीव विज्ञान, या कंप्यूटर साइंस जैसे विषयों में स्नातक या मास्टर डिग्री आवश्यक होती है.

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नासा या इसरो में भर्ती होने के लिए कैंडिडेट को स्पेस साइंस की नॉलेज होनी चाहिए.

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ज्यादातर आईआईटी में स्पेस इंजीनियरिंग से जुड़े चार वर्षीय बीटेक पाठ्यक्रम संचालित हैं.

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लेकिन स्पेस साइंस एंड इंजीनियरिंग पर केंद्रित देश का एक मात्र संस्थान आईआईएसटी यानी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नॉलॉजी है.

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इसका कैंपस केरल के तिरुवनंतपुरम के पास है.

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यहां बीटेक-एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, बीटेक-एवियोनिक्स यानी इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के चार साल के कोर्स संचालित किए जाते हैं.

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नासा में अंतरिक्ष यात्रियों का चयन बहुत कठोर प्रक्रिया के तहत होता है, जहां आपके शारीरिक और मानसिक परीक्षण किए जाते हैं.

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इसके अलावा, आपको जीरो ग्रेविटी ट्रेनिंग, अंतरिक्ष में चलने की ट्रेनिंग, और विभिन्न अंतरिक्ष मिशनों के लिए विशेष प्रशिक्षण लेना पड़ता है.

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