नासा में जाने से पहले कहां जॉब करती थीं सुनीता विलियम्स? 

18 Mar 2025

नासा (NASA) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स  (Sunita Williams) और बुच विल्मोर मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से वापस धरती के लिए रवाना होने वाले हैं.

जून 1998 में सुनीता विलियम्स का अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा में चयन हुआ था लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे पहले सुनीता विलियम्स क्या किया करती थीं?

विलियम्स ने मई 1987 में यूएस नेवल एकेडमी से यूनाइटेड स्टेट्स नेवी में एनसाइन के रूप में पद हासिल किया था.

छह महीने के असाइनमेंट के बाद, उन्हें बेसिक डाइविंग ऑफिसर का पद दिया गया और फिर उन्होंने नेवल एविएशन ट्रेनिंग कमांड में रिपोर्ट किया.

इसके बाद जुलाई 1989 में उन्हें नेवल एविएटर का दर्जा मिला.

इसके बाद उन्होंने हेलिकॉप्टर कॉम्बैट सपोर्ट स्क्वाड्रन 3 में H46, सीकनाइट, की शुरुआती ट्रेनिंग ली.

इस ट्रेनिंग के बाद, उन्हें हेलिकॉप्टर कॉम्बैट सपोर्ट स्क्वाड्रन 8, नॉरफोक, वर्जीनिया में तैनात किया गया, जहां उन्होंने भूमध्य सागर, लाल सागर और फारस की खाड़ी में Desert Shield और ऑपरेशन Provide Comfort के समर्थन में विदेशों में तैनाती की.

यहां से निकलने के बाद सितंबर 1992 में, वह H-46 डिटैचमेंट की ऑफिसर-इन-चार्ज थीं, जिसे USS Sylvania पर हुरिकेन एंड्रू राहत ऑपरेशंस के लिए मियामी, फ्लोरिडा भेजा गया था.

बता दें कि  सुनीता विलियम्स को यूएस नेवल टेस्ट पायलट स्कूल के लिए चयनित किया गया था और जनवरी 1993 में उन्होंने कोर्स शुरू किया.

दिसंबर 1993 में स्नातक होने के बाद, उन्हें रोटरी विंग एयरक्राफ्ट टेस्ट डायरेक्टरेट में H-46 प्रोजेक्ट ऑफिसर और T-2 में V-22 चेस पायलट के रूप में तैनात किया गया.

इस दौरान, उन्हें स्क्वाड्रन की सुरक्षा अधिकारी के रूप में भी जिम्मेदारी दी गई और उन्होंने SH-60B/F, UH-1, AH-1W, SH-2, VH-3, H-46, CH-53 और H-57 जैसे हेलिकॉप्टरों में टेस्ट फ्लाइट्स की.

दिसंबर 1995 में, वह नेवल टेस्ट पायलट स्कूल वापस लौटीं, जहां रोटरी विंग विभाग में इंस्ट्रक्टर और स्कूल की सुरक्षा अधिकारी के रूप में तैनात थीं.

इस दौरान उन्होंने UH-60, OH-6 और OH-58 में उड़ानें भरीं.

इसके बाद, उन्हें USS Saipan (LHA-2), नॉरफोक, वर्जीनिया में एयरक्राफ्ट हैंडलर और असिस्टेंट एयर बॉस के रूप में तैनात किया गया.

वे USS Saipan पर तैनात थीं जब उन्हें अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम के लिए चयनित किया गया. उन्होंने 30 से अधिक अलग-अलग एयरक्राफ्ट में 3000 घंटे से अधिक उड़ान भरी है.