राजस्थान के एक छोटे से गांव कूदन के रहने वाले मनोज महरिया ने UPSC परीक्षा में 628वां स्थान प्राप्त कर ये साबित कर दिया कि कठिन परिश्रम से कुछ भी हासिल किया जा सकता है.
मनोज ने बताया था कि उन्होंने UPSC की तैयारी घर पर रहकर खुद से ही की थी. इसके लिए वो किसी भी कोचिंग संस्थान में नहीं गए थे.
मनोज ने 12वीं के बाद क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और उनका सेलेक्शन रणजी क्रिकेट टीम में भी हो गया था, लेकिन 2018 में हुई एक इंजरी के कारण उन्होंने क्रिकेट छोड़ दिया था.
क्रिकेट छोड़ने के बाद मनोज ने UPSC की तैयारी करना शुरू कर दिया था, जिसके बाद वो साल 2022 की UPSC परीक्षा में सफल हो गए.
मनोज का सपना IAS ऑफिसर बनने का है इसलिए उन्होंने साल 2023 का UPSC एग्जाम भी दिया है.
उनके पिता का स्वर्गवास हो चुका है. घर में 3 भाई-बहनों में बड़े बेटे होने के नाते परिवार की सारी जिम्मेदारी उन्हीं के ऊपर है.
UPSC परीक्षा में 628वीं रैंक पाने के बाद से ही मनोज के परिवार वाले बेहद खुश हैं.
मनोज ने UPSC एग्जाम को पास करने के लिए कुछ टिप्स देते हुए बताया था कि अपनी पढ़ाई के सोर्सेज को लिमिटेड रखें ताकि कंफ्यूजन ना हो. परीक्षा की तैयारी के दौरान रिश्तेदारों की शादियां भी छोड़नी पड़ती है, लेकिन सेलेक्शन के लिए इतना त्याग तो करना ही पड़ेगा.