क्या सच में था ड्रैकुला या सिर्फ गढ़ी गई हैं कहानियां? जानें कहां से आया ये नाम 

5 December 2024

खून पीने वाला ड्रैकुला, जो हर रात अपनी कब्र से उठता है और लोगों को मार देता है. इस पात्र पर कई डरावनी फिल्में और सीरीज बनी हैं. सारी कहानियां ब्रॉम स्ट्रोकर की किताब काउंट ड्रैकुला पर अधारित हैं. (AI Created Image)

Credit: Meta AI

अब सवाल उठता है कि क्या सच में ड्रैकुला या इस जैसे किसी शख्स का अस्तित्व था. या फिर यह सिर्फ एक काल्पनिक पात्र है.  आखिर ये नाम कहां से आया? (AI Created Image)

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दरअसल, डरावनी दुनिया का बेताज बादशाह 'ड्रैकुला' का किरदार एक वास्तविक और ऐतिहासिक शख्सियत से प्रेरित है. वह असल जिंदगी भी इतना खूंखार था कि उससे जुड़ी कई कहानियां उस वक्त प्रचलित हो गई. (AI Created Image)

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15वीं शताब्दी में एक राज्य हुआ करता था वलेशिया, जिसे बाद में रोमानिया के नाम से जाना गया. यहां के राजा थे व्लाड द सेकेंड. यह राज्य यूरोप और ऑटोमन के बीच में था. इस वजह से दोनों के बीच पिसता रहता था. (AI Created Image)

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व्लाड ईसाईयों की तरफ से लड़ता था और उसके एक संगठन ऑर्डर ऑफ द ड्रैगन का हिस्सा था. उसके जज्बे और साहस के लिए व्लाड 2 को एक उपाधि मिली थी ड्रैक्यूल, जिसका मतलब था ड्रैगन. (AI Created Image)

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व्लाड 2 ने बाद में अपने राज्य में उठे विद्रोह को दबाने के लिए ऑटोमन से दोस्ती कर ली और अपने दो बेटे व्लाड द थर्ड और राडू को ऑटोमन सुल्तान मोहम्मद 2 के दरबार भेज दिया. इधर, फिर से वलिशिया में विद्रोह हुआ और ड्रैक्यूल -व्लाड 2 को मार दिया गया. (AI Created Image)

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इसके बाद ड्रैक्यूल का बेटा व्लाड द थर्ड या व्लाड द इम्पेलर या ड्रैकुला जो भी कहें वापस लौटा और अपने पिता की मौत का बदला लिया. उसने बड़े बेरहमी से अपने विरोधियों को मारा. दावत पर बुलाकर सभी गद्दारों को मौत के घाट उतार दिया. (AI Created Image)

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व्लाड द थर्ड ने अपने पिता की उपाधि ड्रैक्यूल को अपना लिया और अपना नया नाम रखा ड्रैकुला.  वह अपने दुश्मनों को भाले की नोंक पर बैठाकर मरने के लिए छोड़ देता था. इसलिए उसे व्लाड द इम्पेलर कहा जाता था. (AI Created Image)

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ऑटोमन दरबार में रहते हुए भी ड्रैकुला हमेशा उन्हें अपना दुश्मन समझता रहा. यही कारण है कि उन्हें सबक सिखाने के लिए ड्रैकुला ने करीब 25 हजार ऑटोमन सैनिकों को भाले की नोंक पर टांग दिया. सैनिकों के शरीर को चीरते हुए भालों की कतार 100 किलोमीटर लंबी थी.  

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ड्रैकुला इतना ज्यादा खूंखार और क्रूर था कि, उसको लेकर कई तरह की कहानियां प्रचलित हो गई. कहा जाता था कि ड्रैकुला बदला लेने के लिए अपने दुश्मनों का खून तक पी जाता है. वह उन्हें बुरी से बुरी मौत देता है. (AI Created Image)

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जब ड्रैकुला को ऑटोमन सुल्तान ने पकड़कर मारने का हुक्म दिया था. उसने कहा था कि वह वापस जिंदा होकर आएगा और अपना बदला लेगा. कहा जाता है कि उसकी कब्र से उसकी लाश गायब मिली थी.(AI Created Image)

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स्ट्रोकर का काल्पनिक ड्रैकुला भी कुछ ऐसा ही करता है. वो हर सुबह अपनी कब्र में सोता है. और रात होते ही जाग जाता है.हालांकि एक सच ये भी है कि काउंट ड्रैकुला और ऐतिहासिक ड्रैकुला में नाम के अलावा ज्यादा समानताएं नहीं हैं, सिवाय कुछ मिथकों को छोड़कर.

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