29 Mar 2025
पुराने समय में राजघरानों और राजा-महाराजा हुआ करते थे, इन राजाओं के वंशज आज भी मौजूद है.
भारत में लोकतंत्र स्थापित होने के बाद भले ही राजाओं से उनका राज-पाट छिन गया हो, लेकिन आज भी उनके वंशजों का शाही ठाठ देखा जा सकता है.
फिर चाहे बात फैशनिस्टा प्रिंसेस गौरवी कुमारी की हो या फिर पोलो खेलने के शौकीन राजकुमार पद्मनाभ सिंह की, जो D&G जैसे इंटरनेशनल ब्रांड के लिए कैटवॉक भी कर चुके हैं.
ऑस्ट्रेलियाई इतिहासकार जॉन जुब्रजाइकी ने 'हाउस ऑफ जयपुर' नाम की किताब में जयपुर के शाही परिवार पर विस्तार से लिखा है.
पद्मनाभ सिंह को साल 2011 में अनौपचारिक तौर पर जयपुर का नया महाराजा घोषित किया गया था. वह जयपुर के पूर्व शाही परिवार के सदस्य हैं और अरबों रुपए की संपत्ति के मालिक हैं.
इस शाही परिवार की देखरेख करने वाली कुलमाता राजकुमारी दीया कुमारी हैं, जो जयपुर के महाराजा भवानी सिंह और सिरमुर की राजकुमारी पद्मिनी देवी की इकलौती संतान हैं.
साल 2019 में 'द वीक' को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, 'बचपन से मेरी परवरिश बेहद सामान्य ढंग से हुई. मेरे माता-पिता ने मुझे हमेशा यही सिखाया कि मैं दूसरो से ऊपर नहीं हूं.
1998 में उन्होंने ठिकाना कोठारा (शिवद) के महाराज नरेंद्र सिंह से गुपचुप तरीके से शादी करने से पहले लंदन के एक कॉलेज से पढ़ाई की थी.
साल 2018 में दोनों का तलाक हो गया. दोनों के तीन बच्चें भी हैं. पद्मनाभ सिंह और गौरवी कुमारी इन्हीं दोनों की संतान हैं.
महाराजा पद्मनाभ सिंह की लग्जीरियस लाइफ की कुछ झलकियां उनके इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से भी देखी जा सकती हैं.
अपने दादाजी भवानी सिंह की तरह पद्मनाभ भी एक जबर्दस्त पोलो प्लेयर हैं.
वह 2017 में विश्व कप पोलो टीम के सबसे कम उम्र के सदस्य और इंडियन ओपन पोलो कप के सबसे कम उम्र के विजेता भी रह चुके हैं.
पद्मनाभ ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से लिबरल आर्ट्स में पढ़ाई की है. इंस्टाग्राम पर वे अपनी कई फोटोज शेयर करते रहते हैं.