इसी साल फरवरी में ही आया था बजट, अब फिर क्यों पेश कर रही है सरकार? जानिए

23 July 2024

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में बेजपी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट पेश करने जा रही हैं.

Union and Interim Budget

इस साल फरवरी में निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया गया था. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस साल दो बार बजट क्यों पेश किया गया है.

अंतरिम बजट चुनावों से पहले या कहें तो नई सरकार बनने से पहले ऐलान किया जाता है. 

यूनियन बजट कई नई योजनाओं और नियमों के साथ नए वित्तीय वर्ष के लिए तैयार किया गया लेखा-जोखा और आने वाले साल में देश के खर्चों और निवेश का ब्योरा देता है.

अंतरिम बजट का उद्देश्य होता है कि नई सरकार को एक सुरक्षित स्थिति देना ताकि वह अच्छे शुरुआत कर सकें.

वहीं, यूनियन बजट नई सरकार बनने के बाद जुलाई महीने में जारी किया जाता है, अगर फरवरी महीने में अंतरिम बजट आया हो तो, अगर नहीं तो यूनियन बजट भी 1 फरवरी को ही पेश किया जाता है. इस बजट में हर छोटी चीज और हर सेक्टर का बजट शामिल होता है.

हर 5 साल में नई सरकार बनती है इसलिए वह चुनाव जीतने के बाद यानी जुलाई महीने में यूनियन पेश करती है. इसके अगले 4 साल तक सिर्फ यूनियन बजट पेश किया जाता है क्योंकि नई सरकार नहीं बन रही है. 

वहीं, अंतरिम बजट अधूरा होता है. इसमें कुछ ही सेक्टर के लिए बजट जारी किया जाता है. इसे अस्थाई बजट कहा जाता है.

इस बजट में कोई नई योजना की घोषणा नहीं की जाती है. इसमें सिर्फ चल रही स्कीम या योजनाओं के लिए राशि आवंटित की जाती है.

अंतरिम बजट केवल 2 महीने के लिए ही होता है लेकिन अगर जरूरत पड़े तो इसकी सीमा बढ़ा दी जाती है.

अंतरिम बजट को पूरे साल का रोडमैप भी कह सकते हैं. इसमें नई स्कीम की घोषणा बुनियादी ढांचे, शिक्षा, हेल्थ सर्विस, सिक्योरिटी के लिए खर्चों का विवरण शामिल होता है.