लंदन में पढ़ाई, लग्जरी लाइफ... कौन है बौद्ध भिक्षु बना करोड़पति का बेटा?

27 Nov 2024

Photo Credit: Insta @theravada_buddhism

मलेशियाई टेलीकॉम टाइकून आनंद कृष्णन के बेटे वेन अजान सिरिपान्यो ने अपने पिता की अपार संपत्ति के बावजूद 18 साल की उम्र में अपनी लग्जरी लाइफस्टाल को त्याग दिया है.

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साउथ चाइना पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, आनंद कृष्णन, जिन्हें A.K. के नाम से भी जाना जाता है, मलेशिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं. उनकी कुल संपत्ति ₹40,000 करोड़ (5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक) से अधिक है.

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आनंद कृष्णन का टेलीकॉम, सैटेलाइट, मीडिया, ऑयल, गैस और रियल एस्टेट में बहुत बड़ा बिजनेस अंपायर है. आनंद कृष्णन की पत्नी, मोमवाजारोंगसे सुप्रिंडा चक्रबन का थाई शाही परिवार से संबंध है.

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आनंद कृष्णन एयरसेल के पूर्व मालिक भी हैं, जिसने कभी एमएस धोनी की कप्तानी वाली प्रसिद्ध आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स को स्पॉन्सर किया था.

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बौद्ध भिक्षु बनने के वेन अजहन सिरिपान्यो के फैसले का उनके पिता आनंद कृष्णन ने सम्मान किया है.

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करोड़पति बिजनेसमैन आनंद कृष्णन के बेटे वेन अजहन सिरिपान्यो की उम्र 18 वर्ष है. 

कौन हैं अजहन सिरिपान्यो?

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उनके बचपन के बारे में भी बहुत कम जानकारी है, लेकिन यह अब तक मिली जानकारी के अनुसार सिरिपन्यो का लालन-पालन उनकी दो बहनों के साथ लंदन मे हुआ है.

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वेन अजहन सिरिपान्यो ने यूके में पढ़ाई की है. वे आठ भाषाओं में पारंगत हैं. साउथ चाइना पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, वे अंग्रेजी बोलने के साथ-साथ तमिल और थाई भाषाएं भी बोलते हैं.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक,  वेन अजहन सिरिपान्यो की परवरिश, विभिन्न संस्कृतियों के प्रति खुले विचार और बौद्ध शिक्षाओं की उनकी समझ ने उन्हें बौद्ध भिक्षु बनने के लिए प्रेरित किया है.

बौद्ध भिक्षु बनने की शुरुआत कैसे हुई?

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18 साल की उम्र में, वेन अजहन सिरिपान्यो अपनी मां के परिवार को श्रद्धांजलि देने के लिए थाईलैंड गए और मौज-मस्ती के लिए एक रिट्रीट में अस्थायी रूप से दीक्षा लेने का फैसला किया.

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हालांकि, इस अनुभव ने उन्हें एक स्थायी मठवासी जीवन जीने के लिए प्रेरित किया. दो दशक से अधिक समय बाद, वे अब एक वन भिक्षु हैं और थाईलैंड-म्यांमार सीमा के पास स्थित दताओ डम मठ के मठाधीश हैं.

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वेन अजहन सिरिपान्यो के बौद्ध भिक्षु बनने के कारणों के बारे में सार्वजनिक रूप से बहुत कुछ जानकारी नहीं है, लेकिन कथित तौर पर वे भिक्षा मांगने सहित एक साधारण जीवन जीते हैं.

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हालांकि वह एक भिक्षु के रूप में रहते हैं, लेकिन कभी-कभी जरूरत पड़ने पर अपने पुराने लाइफस्टाइल में लौट आते हैं.

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वह अपने पिता से मिलने के लिए समय निकालते हैं, कभी-कभी लग्जरी ट्रैवल करते हैं, क्योंकि बौद्ध धर्म के सिद्धांतों में से एक पारिवारिक प्रेम के महत्व पर जोर देता है.

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उदाहरण के लिए, एक बार इटली में कृष्णन से मिलने के लिए एक प्राइवेट जेट लेते देखा गया था. उन्होंने पेनांग हिल में एक आध्यात्मिक रिट्रीट में भी भाग लिया, जिसे बाद में उनके पिता ने उनकी सुविधा के लिए खरीद लिया था.

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