शिक्षा को क्‍यों जरूरी मानते थे ज्‍योतिबा फुले?

By Aajtak Education

11 April 2023

भारत के अग्रणी समाज सुधारक, शिक्षक और विचारक महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले का जन्म 11 अप्रैल, 1827 को हुआ था. 

उन्‍होंने समाज को छुआछूत और जातिवाद से मुक्ति दिलाने तथा किसानों और मजदूरों को उनके अधिकार दिलाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई.

आइये उनकी जयंती पर जानें उनके दी हुई कुछ महत्‍वपूर्ण शिक्षाएं- 

'यदि कोई आपका किसी भी प्रकार से सहयोग करे तो उससे कभी मुंह न मोड़ें.'

'स्वार्थ अलग-अलग रूप लेता रहता है, कभी जाति का, कभी धर्म का.'

'सच्ची शिक्षा दूसरों को सशक्त बनाने और हमें मिली दुनिया को थोड़ा बेहतर बनाकर छोड़ने का प्रतीक है.'

'शिक्षा के बिना बुद्धि खो जाती है, बिना समझे नैतिकता खो जाती है और नैतिकता के बिना विकास खो जाता है. इसलिए शिक्षा महत्वपूर्ण है.'