ट्रेन को किसी आपात स्थिति में रोकने के लिए ट्रेन की बोगियों में चेन होती है. इस चेन को खींचने से ट्रेन रुक जाती है.
हालांकि, कई ऐसे मामले सामने आते हैं जहां लोग बिना किसी इमरजेंसी के इस चेन को खींचते हैं.
बता दें, बेवजह चेन पुलिंग रेलवे अधिनियम के तहत अपराध की श्रेणी में आता है.
ट्रेन का स्टॉपेज नहीं होने के बावजूद कुछ लोग अपने स्टेशन से पहले चेन पुलिंग करते हैं और उतरकर भागना चाहते हैं.
इन स्थितियों के लिए रेल पुलिस अलर्ट रहती है और ट्रेन के बेवजह रुकते ही चेन पुलिंग करने वाले को धर दबोचते हैं.
आइए जानते हैं रेल पुलिस को कैसे पता चलता है कि किस बोगी में खींची गई है चेन.
चेन पुलिंग के समय ब्रेक पाइप से हवा का प्रेशर बाहर निकल जाता है इस कारण से ट्रेन में ब्रेक लग जाता है.
ट्रेन में तीन अलग- अलग तरह के डिब्बे होते हैं. वैक्यूम ब्रेक डिब्बे, आईसीएफ डिजाइन के एयर ब्रेक डिब्बे और एलएचवी डिजाइन के एयर ब्रेक डिब्बे.
वैक्यूम ब्रेक में अगर कोई व्यक्ति चेन खीचता हैं तो डिब्बे के उपर एक कोने में लगा वॉल्व घूम जाता है.
ऐसे में रेल पुलिस, ड्राइवर और गार्ड समझ जाते हैं कि इसी बोगी में से चेन पुलिंग की गई है.