10 May 2025
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं. ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्रॉस बॉर्डर फायरिंग जारी है. ऐसे में अगर युद्ध होता है तो जानते हैं बैटलफिल्ड के हाथी कहे जाने वाले टैंक की ताकत दोनों देशों के पास कितनी है?
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युद्ध के मैदान में अलग-अलग हालातों के लिए कई तरह के टैंक भारत के पास मौजूद हैं. इसमें से कई स्वदेशी हैं तो कुछ दूसरे देशों से मंगवाए गए हैं.
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भारत के सभी कॉमबेट टैंक हर तरह की परिस्थिति के लिए कारगर हैं. इनमें प्रमुख हैं - अर्जुन एमबीटी, भीष्म, टी-72, अजेय, जोरावर, M3 स्टूअर्ट लाइट टैंक, एम 4 शेरमान, टी-55 आदि.
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जंग के मैदान की असली ताकत भारत का अर्जुन टैंक है. यह पूरी तरह से स्वदेशी है. इसे डीआरडीओ ने डेवलप किया है.
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वहीं इंडियन टैंक के जखीरे में सबसे नया टैंक जोरावर है. यह भी एक कारगर कॉमबेट टैंक है.
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वहीं भीष्म टैंक भी दुश्मनों पर भारी पड़ता है. यह रसियन डिजाइन मेन बैटल टैंक है.
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जहां तक भारत और पाकिस्तान के टैंकों की ताकत की बात है तो भारत के पास 4201 टैंक मौजूद है.
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वहीं भारत के टैंकों के जखीरे के मामले में पाकिस्तान के पास सिर्फ 2627 टैंक हैं.
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