24 Sep 2024
ये तो आप जानते हैं कि भारत की खुफिया एजेंसी RAW में सेलेक्शन काफी मुश्किल से होता है. लेकिन, एक बार RAW ने सीधे कॉलेज से भर्ती की थी.
Credit: Co-Pilot
ये बात उस वक्त की है, जब RAW का गठन किया जा रहा था और इसमें लोगों की भर्ती की जा रही थी.
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1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच 22 दिनों तक चले युद्ध के बाद RAW बनाने का फैसला किया गया था.
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RAW का गठन 21 सितंबर, 1968 को हुआ था और रामेश्वर नाथ काव को इसका पहला प्रमुख बनाया गया.
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सबसे पहले RAW में उन 250 लोगों को रखा गया, जो इंटेलिजेंस ब्यूरो में काम कर रहे थे और उन्हें RAW में शिफ्ट कर दिया गया.
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इसके साथ ही कुछ एजेंट को 1971 के बाद सीधे कॉलेज और विश्वविद्यालयों से चुना गया.
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इसके बाद उन्हें खास तरह की ट्रेनिंग दी जाती थी और एक लंबे प्रोसेस के बाद मिशन के लिए चुना जाता था.
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हालांकि, RAW में कई रिश्तेदारों- दोस्तों को नौकरी मिलने से इसकी आलोचना हुई और बाद में प्रोसेस को बदला गया.
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