छोटे बच्चों को लिखना-पढ़ना, बोलना सिखाना है? तो ट्राई करें ये टिप्स

21 Nov 2024

प्राइमरी स्कूल के वर्ष बच्चे के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण होते हैं. इस दौरान बच्चे न केवल पढ़ना, लिखना और गिनना सीखते हैं, बल्कि वे दुनिया के बारे में भी जानना शुरू करते हैं. 

यहां प्राइमरी स्कूली बच्चों को पढ़ने, लिखने और बोलने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए हैं जो उनके सर्वांगीण विकास में मदद करेंगे.

रंगीन चित्रों वाली किताबें: बच्चों को रंगीन चित्रों वाली किताबें दें ताकि वे पढ़ते समय चित्रों के माध्यम से कहानी को समझ सकें.

पढ़ना सिखाना

कहानियां सुनाना: रोजाना बच्चों को कहानियां सुनाएं. इससे उनकी शब्दावली बढ़ेगी और वे कहानियों में रुचि लेंगे.

आवाज निकालकर पढ़ना: बच्चों को आवाज निकालकर पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें. इससे उन्हें शब्दों को पहचानने और उच्चारण करने में मदद मिलेगी.

पढ़ने वाले गेम: बच्चों के साथ पढ़ने से जुड़े खेल खेलें जैसे कि शब्दों को जोड़ना, शब्दों को ढूंढना आदि.

बड़ी और साफ लिखावट: बच्चों को बड़ी और साफ लिखावट करने के लिए प्रोत्साहित करें.

लिखना सिखाना

चित्र बनाकर लिखना: बच्चों को चित्र बनाकर लिखने के लिए प्रोत्साहित करें. इससे वे अपनी कल्पना का उपयोग कर पाएंगे.

लिखने के लिए प्रेरित करना: बच्चों को पत्र लिखने, कहानियां लिखने या डायरी लिखने के लिए प्रेरित करें.

सही शब्द लिखना: बच्चों को सही शब्द लिखने के लिए प्रोत्साहित करें.

बच्चों से नियमित रूप से बातचीत करें. बच्चों से प्रश्न पूछें ताकि वे अपने विचार व्यक्त कर सकें. बच्चों को कहानियां सुनाएं और उनसे प्रश्न पूछें. बच्चों के साथ नाटक खेलें.

बोलना सिखाना

All Photo Credit: AI जनरेटेड