By Aajtak.in
18, May 2023
हर साल 18 मई को दुनियाभर में विश्व एड्स वैक्सीन दिवस मनाया जाता है.
ये दिन उन डॉक्टर्स और वैज्ञानिकों को समर्पित है जो इसकी रोकथाम के लिए निरंतर प्रयासरत हैं फिर चाहे वो शोध हो या टीके का निर्माण.
जिस व्यक्ति को AIDS की बीमारी होती है, उनके शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स डैमेज हो जाते हैं.
इसकी वजह से व्यक्ति की इम्यूनिटी पूरी तरह से खत्म हो जाती है.
बहुत से लोग HIV पॉजिटिव और AIDS को एक ही मानते हैं, लेकिन आपको बता दें कि HIV पॉजिटिव और AIDS में बड़ा फर्क है.
एचआईवी और एड्स के बीच सबसे बड़ा फर्क तो यही है कि एचआईवी एक वायरस है और एड्स एक बीमारी है.
जब एचआईवी वायरस इम्यून सिस्टम को पूरी तरह नष्ट कर देता है उसके बाद यह एड्स में बदल जाता है.